गर्मी के मौसम में दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि दही (Curd) खाने से शरीर को ठंडक मिलती है। साथ ही शरीर हाइड्रेट भी रहता है। दही में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं दही का सेवन सभी के लिए लाभदायक साबित नहीं होता है। क्योंकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके लिए दही का सेवन हानिकारक माना जाता है। जिससे उनकी सेहत को काफी नुकसान पहुंच सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
इन लोगों को नहीं करना चाहिए दही का सेवन, सेहत को पहुंच सकता है नुकसान (In Logo Ko Nahi Karna Chaiye Dahi Ka Sevan In Hindi)
अर्थराइटिस की बीमारी होने पर
दही में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद माना जाता है। लेकिन अगर किसी को अर्थराइटिस (Arthritis) की समस्या है, तो उसे दही का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे अर्थराइटिस की बीमारी में होने वाले दर्द की शिकायत बढ़ जाती है।
एसिडिटी की शिकायत होने पर
दही का सेवन पेट को ठंडक पहुंचाता है। लेकिन अगर किसी को अक्सर एसिडिटी (Acidity) की समस्या रहती है, तो उसे दही का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से एसिडिटी की शिकायत और बढ़ सकती है।
अस्थमा के मरीजों को
अस्थमा (Asthma) के मरीजों को दही का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से कफ की शिकायत बढ़ सकती है। इसलिए अस्थमा के मरीजों के लिए दही काफी नुकसानदायक साबित होता है।
लैक्टोज इन्टॉलरेंस के मरीजों को
लैक्टोज इन्टॉलरेंस (Lactose intolerance) के मरीजों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर लैक्टोज इनटॉलरेंस के मरीज दही का सेवन करते हैं, तो इससे उनको पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
रात में न करें सेवन
गर्मी के मौसम में अक्सर लोग रात में भी दही खाना पसंद करते हैं, लेकिन रात में दही का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि दही में खट्टापन और मिठास दोनों होता है, इसलिए इसे रात में खाने से कफ दोष बढ़ता है। खासतौर पर कमजोर पाचन तंत्र वालों को रात में दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
सर्दी-जुकाम होने पर
अगर किसी को सर्दी-जुकाम (Cold) की शिकायत है, तो उसे शाम के बाद दही का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि शाम के बाद दही खाने से जुकाम और बढ़ सकता है। क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
