स्पेन-नीदरलैंड्स में हो रहे FIH महिला हॉकी विश्व कप के क्वार्टरफाइनल मुकाबले आज से खेले जाएंगे। पहले क्वार्टरफाइनल में 8 बार की विजेता नीदरलैंड्स का सामना बेल्जियम से होगा जबकि दूसरे क्वार्टरफाइनल में 2 बार की चैंपियन जर्मनी की टीम न्यूजीलैंड का सामना करेगी।
जर्मनी के सामने न्यूजीलैंड की चुनौती
विश्व नंबर 6 जर्मनी की टीम ने साल 1976 और 1981 में दो बार बतौर वेस्ट जर्मनी विश्व कप का खिताब जीता था। उसके बाद सिर्फ 1 बार 1986 में टीम ने फाइनल खेला है और बतौर जर्मनी टीम साल 1998 में तीसरे नंबर पर थी। इस बार पूल ए में टीम नीदरलैंड्स के बाद दूसरे स्थान पर रही। जर्मनी ने चिली और आयरलैंज को मात दी जबकि क्वार्टरफाइनल के लिए हुए क्रॉसओवर में दक्षिण अफ्रीका को 1-0 से हराया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ जर्मनी ने आज तक कुल 24 मैच खेले हैं और 14 मुकाबले जीते हैं जबकि सिर्फ 5 गंवाए हैं। न्यूजीलैंड को जर्मनी के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन की कोशिश करनी होगी। टीम पूल बी टॉप कर यहां तक आई है और आज तक सिर्फ एक बार साल 1986 में सेमीफाइनल में खेली है।
बेल्जियम पर भारी नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स और बेल्जियम के बीच दूसरा क्वार्टरफाइनल होगा जो नीदरलैंड्स के ही एम्स्टेलवीन में खेला जाएगा। नीदरलैंड्स की टीम पूल ए में थी और उसने जर्मनी, चिली, आयरलैंड, इन तीनों टीमों को हराकर पूल टॉप किया था। 8 बार की चैंपियन नीदरलैंड्सकी टीम ने महिला हॉकी विश्व कप का साल 1974 में हुआ पहला संस्करण जीता और गत विजेता भी है। टीम ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक का गोल्ड भी जीता था और फिलहाल FIH की रैंकिंग में टॉप पर है।
वहीं विश्व नंबर 7 बेल्जियम की टीम ने पूल डी में रहते हुए जापान और दक्षिण अफ्रीका को मात दी जबकि ऑस्ट्रेलिया से टीम हारकर पूल में दूसरे नंबर पर रही। क्रॉसओवर में चिली को हराकर टीम ने क्वार्टरफाइनल में स्थान पक्का किया। विश्व कप में सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 1978 में किया था जब टीम तीसरे नंबर पर रही थी। बेल्जियम की टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ आज तक कुल 27 मुकाबले खेले हैं जिसमें से 24 में उसे हार मिली है और 1 मैच ड्रॉ रहा है। ऐसे में नीदरलैंड्स का पलड़ा साफ तौर पर भारी है।