पूर्व विश्व नंबर 2 टेनिस खिलाड़ी पेट्रा क्वितोवा ने मियामी ओपन के महिला सिंगल्स फाइनल में जगह बना ली है। 33 साल की क्वितोवा ने अमेरिका में हो रही प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में रोमानिया की सोराना सर्स्टी को 7-5, 6-4 से मात दी और पहली बार इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में पहुंची।
चेक रिपब्लिक की रहने वाली क्वितोवा एक समय टेनिस जगत में काफी दमदार खिलाड़ी के रूप में जानी जाती थीं। साल 2011 और साल 2014 में क्वितोवा ने विम्ब्लडन का महिला सिंगल्स खिताब जीता था। अब क्वितोवा एक बार फिर अपने खेल का स्तर ऊंचा कर वापसी करने का प्रयास कर रही हैं। खास बात यह है कि मियामी ओपन में वह 13वीं बार खेल रही हैं और इससे पहले कभी भी क्वार्टर-फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाईं थीं। सेमीफाइनल में जीत के बाद क्वितोवा ने बताया कि इस वापसी का उन्हें काफी समय से इंतजार था। उन्होंने कहा,
मैं काफी खुश हूं। मैंने इस टूर्नामेंट का फाइनल खेलने के लिए काफी इंतजार किया है और मैं उत्साहित हूं कि आखिरकार प्रतियोगिता का फाइनल मुझे खेलने को मिलेगा। यह पूरा सफर मेरे लिए काफी मुश्किल रहा है।
क्वितोवा ने अपने करियर में 29 सिंगल्स खिताब जीते हैं और इनमें से 9 WTA 1000 खिताब हैं।क्वितोवा 33 साल की उम्र पूरी करने के बाद मियामी ओपन का फाइनल खेलने वाली इतिहास की तीसरी खिलाड़ी बन जाएंगी। उनसे पहले साल 1988 में क्रिस एवर्ट ने 34 साल की उम्र में फाइनल खेला था जबकि साल 2015 में सेरेना विलियम्स ने फाइनल खेला था और वह भी 33 वर्ष की थीं।
फाइनल में पेट्रा क्वितोवा का सामना कजाकिस्तान की 23 वर्षीय ऐलिना रिबाकिना से होगा जो फिलहाल विश्व रैंकिंग में नंबर 7 पर हैं। रिबाकिना मौजूदा समय में शानदार फॉर्म में हैं और पिछले हफ्ते इंडियन वेल्स का खिताब जीत चुकी हैं। दोनों खिलाड़ियों के बीच इससे पहले दो मैच हुए हैं जिनमें से एक मैच क्वितोवा के नाम रहा तो एक मुकाबला रिबाकिना ने जीता। आखिरी बार दोनों इसी साल जनवरी में एडिलेड ओपन में खेलीं थीं जहां क्वितोवा ने जीत दर्ज की।