इंडियन वेल्स टूर्नामेंट के क्वार्टर-फाइनल मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी निक किर्गियोस ने कई मौकों पर गुस्सा दिखाया और दो बार अपना रैकेट पटककर तोड़ा था। एटीपी ने किर्गियोस की इस हरकत को देखते हुए उनपर पूरे 25 हजार अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। किर्गियोस ने मैच हारने के बाद रैकेट को इतनी जोर से पटका था कि वो दूर खड़े बॉल ब्वॉय को लगते-लगते बचा।
पिछले हफ्ते कैलिफोर्निया में इंडियन वेल्स मास्टर्स में स्पेन के राफेल नडाल के खिलाफ पुरुष सिंगल्स क्वार्टर-फाइनल में किर्गियोस को 7-6, 5-7, 6-4 से हार का सामना करना पड़ा था। किर्गियोस पहले सेट में एक समय 5-3 से आगे थे लेकिन नडाल ने ये सेट शानदार वापसी से जीत लिया। पहले सेट में एक अंक गंवाने पर किर्गियोस को गुस्सा आया और उन्होंने अपना रैकेट जोर से पटककर तोड़ दिया, हालांकि रैकेट उन्होंने दर्शकों में मौजूद एक बच्चे को गिफ्ट के रूप में दिया।
इसके बाद पूरे मैच में किर्गियोस अपनी झुंझलाहट दिखाते रहे। जोर-जोर से कई मौकों पर आपत्तिजनक शब्द भी कहे। यहां तक कि मैच देखने आए नडाल के अच्छे मित्र और हॉलीवुड अभिनेता बेन स्टीलर के खिलाफ भी कोर्ट पर रहते हुए ही टिप्पणी करते रहे। मैच खत्म होने पर किर्गियोस ने नडाल से हाथ मिलाया और पीछे मुड़ते ही गुस्से में अपना रैकेट जोर से पटका। रैकेट उछलकर दूर खड़े बॉल ब्वॉय के पास जाकर गिरा। इस वाकये के बाद नडाल ने भी हरकत की निंदा की थी। अब खबरों के मुताबिक एटीपी ने Unsportsmanlike conduct के लिए 20 हजार डॉलर और आपत्तिजनक शब्द बोलने के लिए 5 हजार डॉलर का जुर्माना किर्गियोस पर लगाया है।
किर्गियोस टेनिस मैचों के दौरान गुस्सा दिखाने और अजीबो-गरीब हरकतों के साथ ही बेहद अलग अंदाज के शॉट लगाने के लिए जाने जाते हैं। कई मौकों पर उनकी हरकतों पर दर्शकों को हंसी आती है, लेकिन रैकेट तोड़ना और किसी को चोट लगने जैसी हरकत पर एटीपी ने कड़ा रुख दिखाया है। हालांकि अपनी हरकत पर किर्गियोस शर्मिंदा भी हुए और उन्होंने उस बॉल ब्वॉय से माफी मांगते हुए उसे एक रैकेट गिफ्ट किया और सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी दी।
किर्गियोस के लिए ये ऐसी हरकतों या जुर्माने का पहला मौका नहीं है। साल 2015 में जब किर्गियोस सिर्फ 20 साल के थे पर एटीपी ने 25 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया था। किर्गियोस ने स्विट्जरलैंड के स्टैन वावरिंका के खिलाफ एक मैच में अभद्र टिप्पणी की थी। यही नहीं साल 2019 में सिनसिनाटी ओपन के दौरान एक मैच के बीच गुस्सा आने पर किर्गियोस ने बाथरूम ब्रेक के नाम पर अंदर जाकर दो रैकेट तोड़े और मैच के बाद चेयर अंपायर को गाली दी और हाथ तक नहीं मिलाया।
अब इंडियन वेल्स के प्रकरण के बाद कई टेनिस फैंस इस बात से नाराज हैं कि किर्गियोस और उनकी जैसी हरकतें करने वाले अन्य खिलाड़ियों के खिलाफ सिर्फ जुर्माना या उन्हें प्रोबेशन पर रखने से कोई हल नहीं निकलने वाला। हाल ही में मियामी ओपन के एक मैच के दौरान अमेरिका के जेसन ब्रूक्सबी ने भी रैकेट तोड़े। ऐसे में फैंस का सवाल वाजिब है कि खिलाड़ी क्यों टेनिस के खेल का इस तरह रैकेट तोड़कर अपमान करने पर तुले हुए हैं।