जोकोविच के  बाद अब नडाल और मरे ने भी दिया रूसी खिलाड़ियों का साथ, विम्बल्डन बैन को गलत बताया

नडाल ने विम्बल्डन से रूसी खिलाड़ियों के बैन किए जाने के फैसले को नाइंसाफी बताया है।
नडाल ने विम्बल्डन से रूसी खिलाड़ियों के बैन किए जाने के फैसले को नाइंसाफी बताया है।

साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट विम्बल्डन में इस साल रूस और बेलारूस के टेनिस खिलाड़ी खेलते नहीं दिखेंगे। ऑल इंग्लैडं लॉन टेनिस एसोसिएशन की ओर से दो हफ्ते पहले ये फैसला लिया गया था। अब पूर्व विश्व नंबर 1 राफेल नडाल और एंडी मरे ने खुलकर इस फैसले का विरोध किया है। मेड्रिड ओपन के ठीक पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नडाल ने माना कि ये फैसला रूसी खिलाड़ियों के खिलाफ है। नडाल के मुताबकि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला दुखद जरूर है लेकिन इसमें रूसी खिलाड़ियों का कोई दोष नहीं है। हालांकि नडाल ने उम्मीद जताई है कि विम्बल्डन से पहले शायद इस फैसले पर कोई सकारात्मक रुख देखने को मिल जाए।

मरे ने भी आयोजकों के फैसले को गलत बताया है।
मरे ने भी आयोजकों के फैसले को गलत बताया है।

नडाल के अलावा एंडी मरे ने भी इस फैसले का समर्थन नहीं किया है। पत्रकारों से बात करते हुए मरे, जो कि खुद इंग्लैंड के रहने वाले हैं जहां विम्बल्डन खेला जाता है, ने भी माना कि इस तरह का बैन सही फैसला नहीं है। विम्बल्डन के फैसले से विश्व नंबर 2 पुरुष खिलाड़ी डेनिल मेदवेदेव, रूस के ही एंड्री रुब्लेव, महिला विश्व नंबर 4 बेलारूस की आर्यना सबालेंका जैसे नाम विम्बल्डन में नहीं खेल पाएंगे।

यूक्रेन पर रूस की सेना ने फरवरी 2022 में हमला किया था जबकि बेलारूस की ओर से रूस की मदद की जा रही है, ऐसे में कई खेल संघों ने रूस और बेलारूस की टीमों, खिलाड़ियों पर बैन लगाया था। टेनिस की असोसिएशन्स ने रूसी, बेलारूसी खिलाड़ियों को केवल टीम ईवेंट से बाहर किया था जबकि एकल प्रतियोगिताओं में बिना अपने देश के झंडे के खेलने की अनुमति दी थी। लेकिन विम्बल्डन के आयोजकों ने साफ कर दिया था कि वो इस साल इस ग्रैंड स्लैम में इन दो देशों के खिलाड़ियों को खेलने नहीं देंगे। इस ऐलान के बाद खुद पुरुष टेनिस के संघ ATP ने इसपर हैरानी जताई थी। गत चैंपियन विश्व नंबर 1 नोवाक जोकोविच ने इस फैसले के तुरंत बाद ट्विटर पर जाकर अपनी नाराजगी जताई थी और रूसी खिलाड़ियों का समर्थन किया था।

नडाल और मरे के बयानों के बाद यूक्रेन के पूर्व टेनिस खिलाड़ी सर्गिय स्ताकवोस्की ने नडाल से सोशल मीडिया के जरिए पूछा कि वो क्यों इस तरह रूसी खिलाड़ियों का समर्थन कर रहे हैं और यूक्रेन के खिलाड़ियों का इसमें क्या दोष है। सर्गिय ने इसी मार्च रूसी सेना के हमले के बाद यूक्रेनी सेना में स्वेच्छा से शामिल होने का फैसला किया था। यूक्रेनी खिलाड़ी लगातार मांग कर रहे हैं कि रूस और बेलारूस के खिलाड़ी अपने देश की सरकारों की आलोचना करते हुए युद्ध के खिलाफ बोलें। हालांकि डेनिल मेदवेदेव, रुब्लेव जैसे खिलाड़ी पहले ही युद्ध के फैसले को गलत बता चुके हैं, लेकिन यूक्रेन के खिलाड़ी इससे संतुष्ट नहीं दिख रहे। फिलहाल विम्बल्डन के आयोजक 27 जून से शुरु हो रहे टूर्नामेंट में रूस और बेलारूस पर लगाए गए बैन के अपने फैसले से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।