भारत के युवा टेनिस खिलाड़ी मानस धामने विम्बल्डन के बालक सिंगल्स वर्ग के दूसरे दौर में पहुंच गए हैं। 15 वर्षीय मानस ने बालक वर्ग के पहले दौर में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हेडन जॉन्स को सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से हराया। अब दूसरे दौर में मानस का सामना ब्रिटेन के हेनरी सर्ले से होगा।
मानस ने क्वालिफायिंग राउंड में जीत हासिल कर जूनियर वर्ग के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई थी।मानस ने इसी साल जनवरी में महाराष्ट्र में हुए एटीपी टाटा ओपन के जरिए एटीपी सीनियर वर्ग में डेब्यू किया था। मानस इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के बालक वर्ग में भी दूसरे दौर तक पहुंचे थे। तब वह पहले दौर का मुकाबला जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने। विम्बल्डन के जूनियर वर्ग के ही एक अन्य मुकाबले में भारत के युवान नन्दल को हार का सामना करना पड़ा। पहले दौर में नन्दल को चेक गणराज्य के यान ह्राजदिल ने 6-3, 6-2 से हराकर बाहर किया।
जूनियर वर्ग के भारतीय विजेता
भारतीय जूनियर खिलाड़ियों की बात करें तो साल 1954 में रामनाथन कृष्णन ने विम्बल्डन का बालक वर्ग का सिंगल्स खिताब जीतकर इतिहास रचा था। वह ऐसा करने वाले पहले एशियाई जूनियर खिलाड़ी थे। रामनाथन के बेटे रमेश कृष्णन ने अपने पिता की राह पर चलते हुए साल 1979 में विम्बल्डन का जूनियर खिताब जीता और उसी साल फ्रेंच ओपन का जूनियर सिंगल्स खिताब भी जीतने में कामयाब हुए थे।
लिएंडर पेस ने साल 1990 में विम्बल्डन में बालक वर्ग का सिंगल्स खिताब अपने नाम किया। पेस ने 1991 में यूएस ओपन में जूनियर सिंगल्स टाइटल हासिल किया। आखिरी बार जूनियर वर्ग में भारत के लिए सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीतने का कारनामा युकी भाम्बरी ने किया। युकी ने साल 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम किया। भारत की सानिया मिर्जा विम्बल्डन में बालिका डबल्स और सुमित नागल बालक डबल्स का खिताब जीत चुके हैं।