WFI मामले में खेल मंत्रालय के रवैये से नाखुश हुए पहलवान, मेरीकॉम की अध्यक्षता में गठित समिति पर उठाए सवाल

पिछले हफ्ते धरने पर बैठे पहलवानों ने Oversight Committee के गठन से नाखुशी जाहिर की है।
पिछले हफ्ते धरने पर बैठे पहलवानों ने Oversight Committee के गठन से नाखुशी जाहिर की है।

कुछ दिन पहले भारतीय कुश्ती महासंघ यानी WFI के ऊपर गंभीर आरोप लगने के बाद धरने पर बैठे पहलवानों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक जैसे चैंपियन पहलवानों को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आश्वासन दिया था कि एक विशेष समिति गठित कर मामले की जांच की जाएगी। लेकिन अब समिति का गठन पहलवानों को सही नहीं लग रहा है। पहलवानों ने बिना उनके परामर्श के सदस्य नामित करने के फैसले को गलत ठहराया है।

रियो ओलंपिक 2016 की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने ट्विटर पर पोस्ट में लिखा है कि समिति का गठन करते समय उनसे कोई राय नहीं ली गई जबकि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि Oversight Committee बनाए जाते समय पहलवानों से परामर्श लिया जाएगा। यही ट्वीट दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट ने भी अपने हैंडल से किया है।

एक दिन पहले ही खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने जबलपुर में एक कार्यक्रम के दौरान इस समिति के सदस्यों के नाम का ऐलान किया था जिसमें पूर्व विश्व चैंपियन और ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम को अध्यक्ष बनाया गया था। 2012 लंदन ओलंपिक खेलों में कुश्ती का ब्रॉन्ज जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे, SAI की प्रशासक राधिका श्रीमन और राजेश राजगोपालन को इसका सदस्य बनाया गया।

खेल मंत्री ने बताया था कि अगले एक महीने के अंदर पहलवानों की ओर से लगाए गए सभी आरोपों की जांच उक्त समिति करेगी। लेकिन पहलवानों को ये समिति रास नहीं आ रही और सभी पहलवान अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट से विरोध और निराशा भरा यही ट्वीट पोस्ट कर रहे हैं।

देश के ओलंपिक मेडलिस्ट रवि कुमार दाहिया, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट समेत कई नामचीन पहलवान पिछले हफ्ते WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। पहलवानों ने सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन शोषण के साथ ही WFI में वित्तीय अनियमितताओं, मानसिक प्रताड़ना, मनचाहे कोच रखने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। तीन दिन के धरने के बाद खेल मंत्री से मुलाकात और ठोस आश्वासन के बाद पहलवानों ने धरने से हटने का फैसला लिया था। लेकिन अब हालात देखकर लग रहा है कि पहलवान जल्द दोबारा धरने पर बैठ सकते हैं।

Edited by Prashant Kumar