पिछले हफ़्ते भारत के लिए एक अच्छी ख़बर आई थी, जब 2012 लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त के पदक को रजत में तब्दील होने की बात सामने आई थी। दरअसल रूस के बेसिक कुदोखोव को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के लिए बैन कर दिया गया था। लिहाज़ा उनका रजत पदक योगेश्वर दत्त को स्थानांतरित करने की बात कही गई थी। अब एक और चौंकाने वाला ख़ुलासा हुआ ख़बरों के मुताबिक़ लंदन ओलंपिक 2012 के स्वर्ण पदक विजेता अज़बेरबाइजान के तोग़रूल असग़रोव को भी एक प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने का दोषी पाया गया है। हालांकि वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) ने अभी इस बात की औपचारिक घोषणा नहीं की है कि अज़बेरबाइजान के पहलवान टेस्ट में पॉज़ीटिव पाए गए हैं या नहीं। WADA के एक क़रीबी सूत्र ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ ख़ास बातचीत के दौरान कहा, ‘’एक प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने की बात बिल्कुल सही है जो टेस्ट में भी पॉज़ीटिव पाया गया है। हालांकि अभी टेस्ट के दो चरण और होने बाक़ी हैं, और उसके बाद एक बार फिर सभी टेस्ट दोबारा होंगे। जब तक की अंतिम टेस्ट और उसके नतीजे नहीं आ जाते, कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगा। हां ये सच है कि ज़्यादातर मौक़ों पर रिटेस्ट के नतीजे बदलते नहीं हैं, लेकिन जब तक टी सभी टेस्ट और प्रक्रियाएं पूरी नहीं हो जातीं, कुछ कहना मुश्किल है।‘’ अब तक की चीज़ों और हालातों को देखते हुए ये तय लग रहा है कि योगेश्वर दत्त के कांस्य पदक को रजत पदक में तब्दील किया जा सकता है। लेकिन हरियाणा के पहलवान ने ख़ुद ही इस पदक को लेने से इंकार कर दिया है। योगेश्वर दत्त ने इससे पहले सोशल मीडिया पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ (IOA) से गुज़ारिश करते हुए कहा था कि ये पदक रूसी पहलवान को समर्पित कर दीजिए। योगेश्वर दत्त ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ ही बातचीत में भी कहा था, “देश के लिए बेहद अच्छी ख़बर है और मैं भी काफ़ी ख़ुश हूं कि मैंने रजत पदक जीत लिया है। लेकिन इंसानियत के नाते मैं इसको लेने का हक़दार नहीं हूं। इस पदक पर पहला अधिकार उनके परिवार का है जो इस वक़्त रूसी पहलवान की मौत पर शोक मना रहे हैं। साथ ही साथ इस बात की मुझे ख़ुशी ज़रूर है कि ये भारत के नाम होगा।“ अगर टेस्ट के नतीजे अज़बेरबाइजान के तोग़रूल असग़रोव के ख़िलाफ़ जाते हैं तो रियो ओलंपिक्स 2016 में 65 किग्रा वर्ग में जीता हुआ रजत पदक भी उनसे छीन लिया जाएगा।