प्रो रैसलिंग के दर्शकों के लिए साल अभी तक 2016 मिला-जुला रहा। हमने अबतक का सबसे बड़ा रैसलमेनिया देखा, ब्रैंड का विभाजन होते देखा और एक ओर हमें बेहतरीन रैसलिंग देखा। इसके अलावा हमें कई खराब मैच का भी साक्षी बनना पड़ा।
लेकिन हर दिन हम कई रैसलर्स को देखते हैं और वें हमारी नज़रों में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाते हैं। इसलिए कंपनी के टॉप रैसलर्स का चुनाव करने में मुझे बड़ी खुशी मिलती है।
ये रहे इस साल के टॉप 10 रैसलर्स:
#10 सैथ रॉलिन्स
सैथ रॉलिन्स को इस लिस्ट में इतने नीचे इसलिए रखा गया है, क्योंकि उन्होंने साल के अधिकतर मैच में चोटिल होने के कारण हिस्सा नहीं लिया और सीधे एक्सट्रीम रूल्स में वापसी की। वैसे उन्होंने अपना ख़िताब मनी इन द बैंक पर जीता, लेकिन इसे तुरंत डीन एम्ब्रोज़ ने अपने नाम किया।
भले ही वापसी के बाद से वें ख़िताब के प्रबल दावेदार रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि WWE नए स्टार्स को मौका देने में लगी है। वें अभी भी रॉ के टॉप स्टार हैं और पुरे साल भर वें एक अहम भूमिका निभाएंगे।
#9 रोमन रेन्स
जी हां, रोमन रेन्स को मिडकार्ड में डिमोट कर दिया गया है। लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए की उन्होंने रैसलमेनिया में ट्रिपल एच के खिलाफ सबसे बड़े रैसलमेनिया के मुख्य इवेंट का हिस्सा थे। इसके अलावा उन्होंने दो दफे ऐजे स्टाइल्स के खिलाफ अपना ख़िताब बचाया।
दर्शकों ने रोमन रेन्स को नही अपनाया, लेकिन रेन्स की मेहनत में कभी कोई कमी नहीं आई। लेकिन हम रेन्स के पुश में उतना विश्वास नाही जताते, जितनी विंस मैकमैहन जताते हैं। इसलिए उन्हें 9 वें स्थान पर रखा गया है।
#8 शिंज्के नाकामुरा
कई लोग ये सोच रहे होंगे कि ये स्टार कौन है। वो लोग जो शिंज्के नाकामुरा को नहीं जानते, उन्हें मैं ये बता दूं कि नाकामुरा भविष्य के स्टार हैं। रैसलमेनिया के हफ्ते में उन्होंने NXT टेकओवर डलास में डेब्यू किया था और पूरे WWE यूनिवर्स को हिला कर रख दिया।
इसके अलावा रैसल किंगडम 10 में उनका ऐजे के खिलाफ साल का सबसे बेहतरीन मैच हुआ। इसलिए किंग ऑफ स्ट्रांग स्टाइल को 8 वां स्थान दिया गया है।
#7 शाशा बैंक्स
शाशा बैंक्स अपनी ज़िन्दगी जी रही है। शाशा बैंक्स ने सालों से महिला रैसलिंग में चले आ रहे भ्रम को तोड़ा और अब न्यू एरा में विमेंस रेवोलुशन को अपने कंधे पर लेकर आगे जा रही है। रैसलमेनिया 32 में अच्छा मैच करने के बाद से रॉ के ब्रैंड विभाजन में पहला विमेंस टाइटल जीतने तक, बॉस ने सबके आमने अपनी काबिलियत साबित की है।
#6 केविन ओवन्स
WWE के सबसे ज्यादा समय तक यूनिवर्सल चैंपियन रहे, केविन ओवन्स का साल काफी अच्छा रहा है। उन्होंने हमेशा अच्छे मैचेस दिए हैं और कुछ हफ्ते पहले उन्होंने रॉ में फैटल 4 वे मैच में जगह टॉप स्थान हासिल किया। केविन ओवन्स शो की अभी शुरुआत हुई है और ये3 देखना दिलचस्प होगा की ये कहाँ तक जा पाती है।
सच कहा जाये तो सेमी जेन के खिलाफ मैचेस की बात हो, या फिर कॉमेंट्री हो या बैकस्टेज इंटरव्यू, ओवन्स ने हर बार कमाल किया है।
#5 फिन बैलर
रॉ में आने के पहले फिन बैलर NXT बैंड को अपने कंधे पर लेकर आगे बढ़ रहे थे। उन्हें जल्दी ही एक अच्छा और मजबूत पुश दिया गया। ये पुश इतना अच्छा था कि वें रॉ के अपने डेब्यू मैच में ही यूनिवर्सल चैंपियन बन गए। लेकिन फिर चोट के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा।
लेकिन बैलर के रॉयल रम्बल में वापसी को लेकर अफवाहें हैं। क्या रैसलमेनिया के मुख्य ईवेंट में जगह मिलेगी?
#4 एजे स्टाइल्स
2016 के रॉयल रम्बल में एजे स्टाइल्स ने डेब्यू किया और उसके बाद से वें WWE के मुख्य रैसलर रहे हैं। चाहे बात रैसलमेनिया 32 में क्रिस जेरिको के खिलाफ करें या लगातार दो PPV पर खिताबी मैच की करें या बात करें समरस्लैम में सीना को हराने की, ऐजे स्टाइल्स वर्ल्ड चैंपियन बनने की राह पर निकल पड़ें हैं।
शायद ये बैकलैश पर ही हो जाये।
#3 द न्यू डे
साल 2016 में न्यू डे WWE वर्ल्ड टैग टीम रही है। उनका फिउड उनकी राह में आने वाली हर टैग टीम के साथ हुआ है। ऐसा लगता है कि वें टैग टीम के सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे। ऊपर से क्या हम उनका रैसलमेनिया एंट्रेंस भूल सकते हैं?
#2 शार्लेट
शार्लेट विमेंस रैसलिंग को नई ऊंचाइयों पर ले गयी है। विमेंस रैसलिंग इतिहास में वें सबसे ज्यादा मैचों में शिरकत करने वाली महिला हैं। और उनके आने से एरीना का माहौल बदल जाता है। जब डिवास चैंपियनशिप का नाम बदला गया था, तब शार्लेट को इसे सौंपा गया। उन्हें न्यू एरा में विमेंस चैंपियनशिप का नेतृत्व करने का मौका मिला।
दूसरे स्थान के लिए ये प्रबल दावेदार थी।
#1 डीन एम्ब्रोज़
हालांकि डीन एम्ब्रोज़ पर भी कई आलोचनाएं हुए हैं, लेकिन वें डेनियल ब्रायन के बाद सबसे अधिक पसंद किये जानेवाले बेबीफेस हैं। हमे ये नहीं भूलना चाहिए की वें साल के सभी मुख्य PPV का हिस्सा थे और मनी इन द बैंक कैश इन करने के पहले अंडरडॉग थे।
ब्रैंड के विभाजन के समय वें कंपनी के चैंपियन थे। वें कब तक चैंपियन रहेंगे, ये देखाना पड़ेगा।
लेखक: रिजु डासगुप्ता, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी