मनी इन द बैंक 2019 में ब्रॉक लैसनर ने मनी इन द बैंक कॉन्ट्रैक्ट जीतकर पूरा WWE यूनिवर्स को हैरान कर दिया था। लैसनर को एक ऐसे मैच में जीत मिली जिसका वो ऑफ़िशियल रूप से हिस्सा ही नहीं थे।
उसके बाद द बीस्ट के किरदार में भी काफी बदलाव आया है और सबसे खास बात यह है कि वो सभी साप्ताहिक WWE शोज़ में नजर आ रहे हैं। मेंस डिवीज़न की बात करें तो पिछले दो कैश इन सफल नहीं रहे थे, इसलिए अबकी बार लैसनर के हाथों में ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। अब वो इसमें कितने सफल होते हैं यह तो वक्त ही बताएगा।
विंस मैकमैहन उस स्थिति में नहीं है जहाँ से वो गलती करे और उसका भुगतान किये बिना खतरे से बाहर निकल जाए। मैकमैहन परिवार की एक गलती का दस गुना फायदा विरोधी रैसलिंग कंपनी AEW को पहुंचेगा। यहाँ देखिये कुछ गलतियाँ जो WWE ने मनी इन द बैंक ब्रीफ़केस और लैसनर के साथ की हैं।
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# क्या वाकई में ब्रॉक लैसनर को इस ब्रीफ़केस की जरूरत थी?
ब्रॉक लैसनर ने साल 2012 में WWE में वापसी की थी और तभी से वो कंपनी के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक बने हुए हैं। वो साल में कुछ ही मैच लड़ते हैं और उससे ही वो रोस्टर के आधे से अधिक रैसलर्स से अधिक कमाई कर ले जाते हैं।
रैसलमेनिया में सैथ रॉलिंस ने उन्हें हराकर यूनिवर्सल चैंपियनशिप जीती थी और उसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने UFC से रिटायरमेंट की घोषणा की। कायदे से देखा जाए तो लैसनर को यूनिवर्सल चैंपियनशिप रिमैच मिलना चाहिए था। बजाय रीमैच के, उनके हाथ में मनी इन द बैंक कॉन्ट्रैक्ट थमाने की कोई ठोस वजह नजर नहीं आती।
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# WWE चैंपियन कोफी किंग्सटन का किरदार पड़ रहा है कमजोर
मनी इन द बैंक के बाद चल रही बड़ी स्टोरीलाइंस पर गौर किया जाए तो WWE ने साफतौर पर यह दर्शाया है कि उनका पूरा फोकस यूनिवर्सल चैंपियन सैथ रॉलिंस पर ही है। रॉलिंस और लैसनर कुछ समय पहले एक ही फ्यूड का हिस्सा थे और असल मायनों में वह फ्यूड कभी ख़त्म नहीं हुई है।
फिलहाल परिस्थितियाँ कुछ ऐसी हैं कि द आर्किटेक्ट और द बीस्ट के बीच WWE चैंपियन कोफ़ी किंग्सटन का किरदार कमजोर पड़ रहा है। यहाँ तक कि कोफ़ी ने लैसनर को कैश इन के लिए चैलेंज भी किया परन्तु पूर्व यूनिवर्सल चैंपियन ने कभी इशारा ही नहीं किया है कि वो WWE चैंपियनशिप के लिए भी कैश इन कर सकते हैं।
खैर हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि मनी इन द बैंक कॉन्ट्रैक्ट विनर के पास विकल्प होता है कि वो किसी भी चैंपियन को चैलेंज कर सकता है।
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# रॉ में क्यों नहीं किया कैश इन?
पिछले मनी इन द बैंक विनर्स पर गौर करे, वो चाहे डीन एम्ब्रोज़ रहे हो, सैथ रॉलिंस,डॉल्फ जिगलर या अन्य विजेताओं में से कोई भी रहा हो। सभी ने ऐसे समय कैश इन किया जब चैंपियन रैसलर किसी मैच में हार चुका हो या फिर लम्बे मैच के बाद थकान महसूस कर रहा हो।
इस हफ्ते रॉ में लैसनर ने रॉलिंस की स्टील चेयर से मौजूदा चैंपियन की खूब धुनाई की थी। मौजूदा चैंपियन इतनी मार के बाद काफी कमजोर पड़ चुके थे, तो फिर पॉल हेमन के क्लाइंट ने कैश इन क्यों नहीं किया।
यह रणनीति बेहद बेकार सी प्रतीत हो रही है कि अब वो सुपर शोडाउन में कैश इन कर सकते हैं। WWE यह सोचकर बैठी है कि सुपर शोडाउन में दर्शकों की संख्या अधिक होगी तो लैसनर की जीत भी बड़ी होगी। सोचिए यदि सऊदी के लोग बू करने पर उतर आए तो क्या विंस मैकमैहन आइने में देखकर खुद से नजरें मिला पाएंगे।
# कैश इन का पहले ही कर दिया है एलान
मनी इन द बैंक कॉन्ट्रैक्ट का इतिहास बताता है कि इसका विजेता पूरे WWE यूनिवर्स को हैरान कर कैश इन करता है। अब ब्रॉक लैसनर क्या इस कंपनी के सुनहरे इतिहास से भी बढ़कर हैं, उन्होंने पहले ही बता दिया था कि वो कब कैश इन करेंगे।
यह एक बकवास रणनीति के अलावा कुछ नहीं है, यहाँ मनी इन द बैंक विनर कैश इन करने के लिए मौका नहीं ढूंढ रहा बल्कि चैंपियंस से कहा जा रहा है कि वो लैसनर को कैश इन के लिए चुनौती दे।
पॉल हेमन लगातार एक नई डेट लेकर सामने आ रहे हैं कि उनके क्लाइंट कब कैश इन करने वाले हैं। 100 में से 80 प्रतिशत चांस है कि वो द बीस्ट सैथ रॉलिंस को ही चैलेंज करेंगे लेकिन बार बार नई एनाउंसमेंट कर WWE अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम कर रही है।