WWE एक ऐसी रेसलिंग कंपनी है जो स्टैंडर्ड सेट करती है और आपको बता दें, वर्तमान समय में कई ऐसे नियम हैं जिनका कोई मतलब नहीं बनता है। ये नियम अस्तित्व में इसलिए है क्योंकि एक वक्त WWE ने रिंग में स्टोरीलाइन गढ़ने के लिए इन नियमों की खोज की थी। आपको बता दें, एक वक्त एक ऐसा नियम था जब सुपरस्टार्स Royal Rumble मैच के दौरान खुद को एलिमिनेट नहीं कर सकते थे।
हालांकि, अब यह नियम बदला जा चुका है क्योंकि पिछले कुछ सालों के दौरान कई सुपरस्टार्स खुद से एलिमिनेट होते हुए दिखाई दिए हैं। वैसे तो रेसलिंग में पंच का इस्तेमाल करना बैन है लेकिन इसके बावजूद भी बिग शो, लेसी इवांस जैसे सुपरस्टार्स इसे फिनिशिंग मूव की तरह इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें, WWE ने सालों के दौरान कई ऐसे नियम बनाए हैं जिनका कोई मतलब नहीं बनता है और इस आर्टिकल में हम ऐसे 5 नियमों का जिक्र करने वाले हैं।
5- क्या WWE सुपरस्टार्स फिंगर फोर लेगलॉक को रिवर्स कर सकते हैं?
रिक फ्लेयर ने फिंगर फोर लेगलॉक मूव को सबसे लोकप्रिय सबमिशन मूव्स में से एक बनाया था और सालों के दौरान उनकी बेटी शार्लेट फ्लेयर और द मिज भी इस सबमिशन मूव का इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें, WWE ने इस मूव के प्रति यह झूठ फैलाई है कि अगर आपको फिंगर फोर लेगलॉक में जकड़ लिया गया तो पलटने से सामने वाले सुपरस्टार पर इसका प्रभाव बढ़ जाता है।
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हालांकि, ऐसा बिलकुल भी नहीं है और आपको बता दें, एक बार इस मूव में जकड़ने के बाद किसी तरफ पलटने से भी दर्द कम नहीं होता है। आपको बता दें, WWE के पास इस मूव का कोई भी रिवर्सल नहीं है और शायद यही कारण है कि उन्होंने रिवर्सल की झूठी थ्योरी गढ़ी है।
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4- टेप्ड रिब्स का मतलब WWE सुपरस्टार सचमुच चोटिल होता है?
WWE अपने चोटिल स्टार्स को बैंडेज के साथ दिखाना पसंद करती है और सालों के दौरान सैथ रॉलिंस, ब्रॉन स्ट्रोमैन, ट्रिपल एच जैसे सुपरस्टार्स बैंडेज पहनकर रेसलिंग कर चुके हैं, हालांकि, उन्हें इसकी कोई जरूरत नहीं थी। WWE ऐसा इसलिए करती है तो फैंस को याद रहे कि सुपरस्टार चोटिल है और बैंडेज किया गया शरीर का हिस्सा उसकी कमजोरी है।
किसी सुपरस्टार के पसलियों को बैंडेज करने से उस सुपरस्टार को कोई फायदा नहीं होता और इसके बजाए सुपरस्टार को ज्यादा ही दर्द होगा। इसके बावजूद भी फैंस किसी सुपरस्टार को बैंडेज लगे होने की वजह से उस सुपरस्टार के चोटिल होने की बात आसानी से मान लेते हैं।
3- रेफरी केवल नियम का पालन कराते हैं?
रेफरी किसी भी मैच का अहम हिस्सा होते हैं और WWE बड़े मैचों के लिए स्पेशल गेस्ट रेफरी का इस्तेमाल करती है। रेफरी यह बात पक्की करते हैं कि मैच के दौरान नियमों का पालन ठीक तरह से हो, हालांकि, रिंग में उनकी जिम्मेदारी केवल नियमों का पालन करवाने की नहीं होती है।
फैंस मैच देखने में इतना व्यस्त रहते हैं कि उन्हें पता भी नहीं चल पाता है कि रेफरी मैच को सही टाइम लीमिट में खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं, रेफरी मैच के दौरान बैकस्टेज से मिल रहे निर्देशों को सुपरस्टार्स को बताते रहते हैं।
2- क्या सभी डिसक्वालिफिकेशन मैच अलग-अलग होते हैं?
WWE कई सालों से फैंस से सच्चाई छुपा रही है और यही वजह है कि फैंस समझते हैं कि कंपनी में अलग-अलग तरह के मैचों में अलग-अलग नियम होते हैं। हालांकि, हार्डकोर, एक्सट्रीम रूल्स, नो डिसक्वालिफिकेशन, नो होल्ड्स बार्ड मैचों के नियम एक ही तरह के होते हैं।
इन सभी मैचों में कोई रूल्स नहीं होते हैं और हथियार का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, हालांकि, WWE ऐसा दर्शाती है कि इन मैचों के नियम अलग-अलग होते हैं।
1- WWE Royal Rumble विनर WrestleMania को हैडलाइन करता है
WWE के द्वारा कहा गया सबसे बड़ा झूठ है कि Royal Rumble विजेता को WrestleMania को हैडलाइन करने का मौका मिलता हैै क्योंकि कई सालोंं तक Royal Rumble विजेेता को WrestleMania को हैडलाइन करने का मौका नहीं मिल पाया था।
पिछले कुछ सालों में ड्रू मैकइंटायर एकमात्र ऐसे सुपरस्टार हैं जिन्होंने Royal Rumble मैच जीतने के बाद WrestleMania को हैडलाइन किया था। इससे पहले के कुछ Royal Rumble विजेता जैसे सैथ रॉलिंस, रैंडी ऑर्टन, असुका और शिंस्के नाकामुरा को WrestleMania को हैडलाइन करने का मौका नहीं मिला था।