WWE स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स और उसके बाद हुई रॉ ने फैंस की उम्मीदें बढ़ा दी थीं कि WWE अब अपनी राह पर लौट आई है। लगातार दो बेहतरीन शोज़ के बाद इस हफ्ते स्मैकडाउन से भी फैंस उम्मीद लगाए बैठे थे कि कुछ दिलचस्प चीजें यहाँ भी देखने को मिलने वाली हैं, मगर ऐसा हुआ नहीं।
सच कहें तो इस हफ्ते स्मैकडाउन औसत ही रही, ऐसा लग रहा था मानों सभी चीजें जल्दबाज़ी में प्लान की गई थी। खैर, अधिकतर चीजें ऐसी रहीं जो बेहतर की जा सकती थीं लेकिन साथ ही साथ कुछ अच्छे सैगमेंट्स भी देखने को मिले।
इसलिए इस आर्टिकल में आप देख सकते हैं इस सप्ताह हुई स्मैकडाउन की कुछ सबसे अच्छी और सबसे बुरी चीजें।
# अच्छा: एलिस्टर ब्लैक का प्रोमो
एलिस्टर ब्लैक जिन्होंने इसी साल अपना मेन रोस्टर डेब्यू किया था, दुखद बात यह रही है कि उन्होंने अपना आख़िरी मुक़ाबला 21 अप्रैल को The Shield's Final Chapter में लड़ा था। अब इस सप्ताह के प्रोमो को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे कोई बड़ी स्टोरीलाइन उनका इंतज़ार कर रही है।
प्रोमो के दौरान वो चीखते-चिल्लाते किस चीज की मांग कर रहे थे, उसका अंदाजा पूरे WWE यूनिवर्स को लग ही चुका है। कुछ समय पहले तक उनके साथी रहे रिकोशे तो स्टार बन चुके हैं और कुछ दिन पहले ही नए यूनाइटेड स्टेट्स चैंपियन भी बने।
अब नंबर है एलिस्टर ब्लैक का, क्या उनका सामना ब्रे वायट से होने वाला है। क्योंकि अब संभावनाएं चरम पर हैं कि वायट एक्सट्रीम रूल्स में धमाकेदार वापसी करने वाले हैं। साथ ही साथ फैंस यह भी उम्मीद कर रहे होंगे कि एलिस्टर के साथ भी वही ना हो जो वायट फैमिली से अलग होने के बाद ब्रॉन स्ट्रोमैन के साथ हुआ है।
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# बुरा: 2 आउट ऑफ 3 फॉल्स मैच
विंस मैकमैहन ने हाल ही में एक नया फैसला लेते हुए कहा था कि अब कमर्शियल ब्रेक्स के दौरान जरूरी नहीं है कि रैसलर्स को फाइट जारी रखनी पड़े। इसी कारण अब हर साप्ताहिक शो में कम से कम एक 2 आउट ऑफ 3 फॉल्स मैच लड़ा जा रहा है।
इलायस बनाम द मिज और कोफ़ी किंग्सटन बनाम डॉल्फ जिगलर फाइट भी इसी तरह की रही। यदि WWE इसी रणनीति पर काम करना चाहती है तो बेहतर होगा कि इस तरह के मैचों का किसी स्टोरी को पुश देने के लिए प्रयोग किया जाए।
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# अच्छा: निकी क्रॉस को एलेक्सा ब्लिस के लिए जीत मिली
निकी क्रॉस का किरदार किसी स्वीट रैसलर की तरह है और वो खुद मान रही थीं कि स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स में एलेक्सा ब्लिस को उन्हीं के कारण हार मिली थी। अब इस सप्ताह स्मैकडाउन में उन्होंने ब्लिस के लिए जीत हासिल कर उन्हें बेली के खिलाफ एक और टाइटल शॉट दिलवाया है।
आप भी समझ रहे हैं और हम भी कि यह स्टोरीलाइन कहाँ जा रही है, वह समय दूर नहीं है जब एलेक्सा ब्लिस और निकी क्रॉस की जोड़ी में से कोई एक हील टर्न लेने वाला है। यह स्टोरीलाइन स्मैकडाउन विमेंस टाइटल के लिए कम और निकी क्रॉस और एलेक्सा ब्लिस पर ज्यादा केन्द्रित है और यह जीत भी उसी का एक हिस्सा रही।
# बुरा: शेन मैकमैहन को एक कदम पीछे ले लेना चाहिए
हर सप्ताह शेन मैकमैहन को ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे वो कंपनी के सबसे बड़े सुपरस्टार हों। इस सप्ताह के स्मैकडाउन एपिसोड में क्राउड़ को भी "No More Shane" चैंट करते देखा गया, जो कि काफी हद तक सही भी है।
बेहतर होता कि अगर वो रॉ में ना जाकर केवल ब्लू ब्रांड तक ही सीमित रहते। लेकिन दोनों साप्ताहिक शोज़ में उनका नजर आना फैंस के मन में उबाऊपन पैदा कर रहा है। रोस्टर में अली और रूसेव जैसे बेहतरीन एथलीट्स को कम और शेन को अधिक मौके देने की रणनीति पूर्ण रूप से बकवास नजर आती है।
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अच्छा: फिन बैलर और शिंस्के नाकामुरा के बीच इंटरकॉन्टिनेंटल टाइटल फ्यूड
यह सबसे अच्छी बात रही कि शो का एक छोटा सा हिस्सा इंटरकॉन्टिनेंटल टाइटल को भी समर्पित किया गया। बैकस्टेज शिंस्के नाकामुरा ने मौजूदा चैंपियन फिन बैलर को कंफ्रंट किया।
निःसन्देह दोनों को इस मौके की जरूरत है और इस तरह की फ्यूड की WWE को भी सख्त जरूरत है। दोनों का फैनबेस अच्छा है, दोनों के पास गज़ब की इन-रिंग एबिलिटी है तो आख़िर WWE ने इन्हें एक दूसरे के समक्ष लाने में इतनी देरी क्यों की। नाकामुरा तो काफी समय से बाहर हैं, वहीं दूसरी ओर बैलर चैंपियन होते हुए भी कुछ बेकार सी रणनीति का ही शिकार रहे हैं।
# बुरा: लगातार एक ही तरह के मैच
पहले बिग ई और ज़ेवियर वुड्स को स्मैकडाउन टैग टीम चैंपियंस (डेनियल ब्रायन और रोवन) पर जीत मिली। यहाँ तक सब ठीक था, मगर उसके तुरंत बाद उसी मैच में और भी अधिक प्रतिभागियों को जोड़ दिया गया, जो कि एक 8-मैन टैग टीम मैच बन गया।
यह अच्छी बात है कि हैवी मशीनरी का किरदार क्राउड़ को पसंद आ रहा है लेकिन लगातार एक ही तरह के दो मैच होने का ही कारण रहा कि लोगों को स्मैकडाउन अधिक पसंद नहीं आई है।
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# अच्छा/बुरा: कोफ़ी किंग्सटन बनाम डॉल्फ जिगलर
इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि इनके बीच कुछ ऐसा है ही नहीं, जो फैंस इन्हें वर्ल्ड टाइटल के लिए एक दूसरे से भिड़ता देख पसंद करें। इन-रिंग प्रदर्शन में कोई कमी नहीं है, कमी रही है तो स्टोरीलाइन बिल्ड-अप में।स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स का स्टील केज मैच भी कई मायनों में अच्छा रहा लेकिन चीजें स्टोरीलाइन के बोरिंग होने पर ही आ अटकी हैं।
समोआ जो को टाइटल शॉट मिला है, उससे काफी फैंस खुश हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो समोआ को चैंपियन बनते भी देखना चाहते हैं, फिर चाहे सामने कोफ़ी किंग्सटन ही क्यों ना हों।