डब्लू डब्लू ई (WWE) को रेसलिंग जगत में आए काफी साल हो गए हैं और कंपनी का एक और दशक पूरा हो गया। साल 2010 से WWE के नए दशक की शुरुआत हुई थी और अब 2019 के अंत से इस दशक का भी अंत हो जाएगा। WWE के लिए यह दशक यादगार रहेगा।
पूरे दशक में कई सारी बढ़िया चीज़ें देखने को मिली। फैंस लंबे समय तक कई सारी स्टोरीलाइन्स को याद रखेंगे। खैर, इस पूरे दशक में कुछ बहुत बढ़िया चीज़ें हुई और कुछ खराब चीज़ें भी हुई। इसलिए हम बात करने वाले हैं इस दशक की अच्छी और बुरी बातों के बारे में।
#1 अच्छी बात: NXT
NXT को इस दशक की सबसे बड़ी खोज माना जाएगा। ट्रिपल एच द्वारा चलाए गया यह डेवलपमेंटल ब्रांड कुछ समय बाद कंपनी का अहम हिस्सा बन गया। यह रेसलिंग फैंस के लिए सबसे अच्छी चीज़ रही है।
NXT ने इस दशक में WWE से ज्यादा 5 स्टार मैच दिए हैं। NXT में सुपरस्टार्स को नया गिमिक मिलता है और इससे उसके नए करियर की शुरुआत होती है। NXT की वजह से ही आज मेन रोस्टर पर कई सारे अच्छे रेसलर्स मौजूद है।
#1 बुरी बात: रोमन रेंस का पुश
रोमन रेंस के पास कंपनी का टॉप स्टार बनने के लिए हर एक चीज़ मौजूद है लेकिन इसके बाद भी फैंस ने उन्हें कंपनी के टॉप स्टार के रूप में एक्सेप्ट नहीं किया। वह कंपनी के अगले जॉन सीना बनने वाले थे।
रोमन रेंस ने 'पोस्टर बॉय' बनने के लिए काफी मेहनत की और हर बार अच्छे मैच दिए लेकिन फिर भी उन्हें बू किया गया। इसका सबसे बड़ा कारण था कि रेंस 2015 में इतने बड़े पुश के लिए तैयार नहीं थे। द रॉक भी उन्हें उस समय फैंस की बू से बचा नहीं सके।
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#2 अच्छी बात: फोर होर्सविमेंस
NXT से ही WWE की 4 सबसे बड़ी विमेंस सुपरस्टार्स की शुरुआत हुई। इन सुपरस्टार्स का नाम था बेली, साशा बैंक्स, बैकी लिंच और शार्लेट फ्लेयर। उन्होंने अपने दम पर इतने सालों तक विमेंस डिवीज़न को संभाला है।
NXT के बाद मेन रोस्टर पर आने पर भी इन चारों सुपरस्टार्स को पुश मिला और आज भी इनकी वजह से ही विमेंस डिवीज़न में बढ़िया काम हो रहा है। इन चारों के अलावा और भी विमेंस सुपरस्टार्स सामने आ रही है इससे अगले दशक में WWE को ज्यादा फायदा होगा।
#2 बुरी बात: पार्ट टाइमर पर निर्भर रहना
WWE इस दशक में पार्ट टाइमर्स पर काफी ज्यादा निर्भर रहा है। इस समय भी WWE की एक टॉप टाइटल पार्ट टाइमर के पास ही है। WWE को जब रेटिंग्स की जरूरत पड़ती है तो वह बड़े सुपरस्टार्स को बुलाते हैं।
इससे एक हफ्ते के लिए रेटिंग्स तो बढ़ जाती है लेकिन टैलेंटेड सुपरस्टार्स को बड़े मौके नहीं मिल पाते हैं। पार्ट टाइमर्स में ब्रॉक लैसनर, गोल्डबर्ग, टायसन फ्यूरी और केन वैलासकेज़ आदि जैसे सुपरस्टार्स के नाम शामिल है।
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#3 अच्छी बात: द शील्ड का बनना
द शील्ड WWE के इतिहास की सबसे बढ़िया टीम है। 2012 के सर्वाइवर सीरीज पीपीवी में शील्ड का डेब्यू हुआ था। इसके बाद अगले कुछ सालों के लिए दोनों ब्रांड्स पर इस टीम ने राज किया था।
द शील्ड की बुकिंग जबरदस्त रही थी। आजतक इस टीम को बहुत कम मैचों में हार मिली है। WWE ने इस टीम को अलग करके काफी बड़ा निर्णय लिया था। खैर, बाद में भी कुछ मौकों पर यह फैक्शन साथ नजर आयी थी।
#3 बुरी बात: रेसलर्स को सही तरीके से यूज नहीं करना
WWE ने इस दशक में रेसलर्स को सही तरह से बुकिंग नहीं दी है। कुछ टैलेंटेड सुपरस्टार्स इस दशक में ज्यादा अच्छा डिजर्व करते थे लेकिन उन्हें WWE की ओर से बढ़िया बुकिंग नहीं मिली।
कुछ सुपरस्टार्स की बात करें तो ल्यूक हार्पर, डैरेन यंग, EC3, एरिक यंग और रुसेव जैसे सुपरस्टार्स के नाम सबसे पहले सूची में आते हैं। इसके अलावा भी ढेरों सुपरस्टार्स रहे हैं जिनके टैलेंट का WWE द्वारा सही उपयोग नहीं हुआ।
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