रॉयल रंबल शो काफी शानदार रहा था और अब रैसलमेनिया के लिए तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। सैथ रॉलिंस ने रॉयल रंबल जीता था और अब वह रैसलमेनिया 35 में यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए ब्रॉक लैसनर को चैलेंज करेंगे। विमेंस रॉयल रंबल जीतने वाली बैकी लिंच रॉ विमेंस चैंपियन रोंडा राउज़ी को चैलेंज करने के लिए सेट थीं लेकिन उन्हें हटाकर उनकी जगह शार्लेट फ्लेयर को रैसलमेनिया पर फाइट करने का मौका दे दिया गया है।
रैसलमेनिया 35 में दो महीने से कम का समय बचा है और इसके लिए उत्सुकता चरम पर है। रैसलमेनिया से पहले WWE के पास एलिमिनेशन चैंबर और फास्टलेन के रूप में दो PPV हैं।
वर्तमान समय में रैसलमेनिया में होने वाले यूनिवर्सल चैंपियनशिप मुकाबले के लिए स्टोरीलाइन को बढ़ावा दिया जा रहा है। भले ही लैसनर इस मुकाबले के लिए सबके फेवरेट हैं लेकिन रॉलिंस उन्हें हराने का दम रखते हैं।
वो 3 कारण जो बताते हैं कि आखिर क्यों रैसलमेनिया में रॉलिंस, लैसनर को मात दे सकते हैं।
#3 सैथ रॉलिंस शानदार इन-रिंग परफॉर्मर हैं
इस बात में कोई शक नहीं है कि सैथ रॉलिंस WWE के सबसे बेहतरीन इन-रिंग परफॉर्मर्स मे से एक हैं। अपने करियर में रॉलिंस कई अदभुत मैच लड़ चुके हैं। वह जिस लेवल के परफॉर्मर हैं, उसे ध्यान में रखा जाए तो रॉलिंस रेड ब्रांड के सबसे प्रतिष्ठित टाइटल को जीतने के हकदार हैं। 2010 में WWE द्वारा साइन किए जाने से पहले रॉलिंस ने इन्डिपेंडेंट सर्किट में अपना नाम कमाया था।
द आर्किटेक्ट के पास कई मूव हैं और यही वजह है कि वह रेड ब्रांड के सबसे बेहतरीन टेक्निक वाले रैसलर्स में से एक हैं। लैसनर भले ही शानदार एथलीट हैं लेकिन वह काफी आलसी हैं और उनके मैच काफी छोटे होते हैं। हाल के समय में लैसनर को केवल दो मूव्स का इस्तेमाल करते देखा गया है।
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#2 सैथ रॉलिंस पार्ट-टाइमर नहीं हैं
सैथ रॉलिंस फुल-टाइम सुपरस्टार हैं और वह हफ्ते परफॉर्म करते हैं तो वहीं वर्तमान यूनिवर्सल चैंपियन ब्रॉक लैसनर पार्ट-टाइमर हैं और वह लगातार परफॉर्म नहीं करते हैं। भले ही लैसनर ने रेड ब्रांड का सबसे प्रतिष्ठित टाइटल जीत रखा है लेकिन वह इसे बराबर डिफेंड नहीं करते हैं।
जब चैंपियन हर हफ्ते शो पर नहीं दिखता है, तो इसका सीधा असर WWE की रेटिंग्स पर पड़ा है। लैसनर ने क्राउन ज्वेल पर अपना दूसरा यूनिवर्सल चैंपियनशिप जीता था लेकिन उसके बाद से अब तक केवल एक बार ही अपने टाइटल को डिफेंड किया है।
लैसनर ने केवल रॉयल रंबल में फिन बैलर के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड किया था और उन्हें एलिमिनेशन चैंबर पर शेड्यूल भी नहीं किया गया है। यदि रॉलिंस टाइटल जीतते हैं तो फैंस को हर हफ्ते चैंपियन की फाइट देखने को मिलेगी। रॉलिंस हर पे-पर-व्यू पर अपने टाइटल को डिफेंड करने उतरेंगे और यदि जरूरत पड़ी तो वे रॉ में भी इसे डिफेंड कर सकते हैं।
#1 सैथ रॉलिंस ने कभी यूनिवर्सल टाइटल नहीं जीता है
2016 में ब्रांड के अलग-अलग होने के बाद यूनिवर्सल टाइटल को लाया गया था और इसे रॉ का सबसे प्रतिष्ठित टाइटल माना जाता है। सैथ रॉलिंस ने 2012 में द शील्ड टीम का हिस्सा होते हुए अपना मेन रोस्टर डेब्यू किया था। रॉलिंस ने अपने करियर में काफी सफलता हासिल की है लेकिन कभी भी यूनिवर्सल टाइटल नहीं जीत सके हैं।
रॉलिंस कंपनी के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक हैं और उन्होंने WWE के सभी एक्टिव टाइटल्स जीते हैं। कंपनी में उनकी सफलता को देखते हुए उन्हें यूनिवर्सल चैंपियनशिप जीतने का भी मौका दिया जाना चाहिए। रैसलमेनिया 31 पर WWE वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद रॉलिंस का दौर काफी शानदार रहा था। यदि रैसलमेनिया 35 पर वह लैसनर को पिन करने में सफल रहते हैं तो वह WWE का चेहरा बन सकते हैं और अपने उस दौर को वापस दोहरा सकते हैं।