गुदा की हड्डी (Guda Ki Haddi) में चोट लगने पर आपको टेलबोन में चोट लग सकती है और ये काफी खतरनाक होती है। इस चोट के दौरान आपका चलना, फिरना, उठना, बैठना सब कुछ प्रभावित होता है। एक तरह से ये बिना बैसाखी के बैसाखी पर चलने के समान होगा। इस स्थिति में काफी परेशानी पेश आती है।
टेलबोन की चोट किसी को भी लग सकती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि ये चोट सिर्फ खिलाडियों को ही हो सकती है। अगर आप गाड़ी से एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं या आप चलते चलते गिर पड़े और कमर के ऊपर ही आपके इस हादसे का प्रभाव होता है तो भी आपको ये चोट हो सकती है। ये एक तरह से रीढ़ की हड्डी और कूल्हे के बीच का सम्पर्क बिंदु होता है।
कमर के निचले हिस्से में आई चोट और दर्द से आराम दिलाएं ये 5 योगासन (5 Yogasans to cure tailbone injury)
शिशुआसन (Child Pose)
इस आसन को करने के लिए आपको अपने पंजों के बल बैठ जाना है। अगर आप वज्रासन (Vajrasan) जानते हैं तो इसे उसी रूप में करना है। इसकी शुरूआती पोज वही होगी और इसके बाद हाथों को आगे की तरफ ले जाएं। अब इन हाथों को ढ़ीला छोड़ दें और सर को अंदर की तरफ लेकर आएं। इस दौरान आपकी छाती आपके जांघ पर होनी चाहिए। इससे आपको लाभ होगा।
धनुरासन (Bow Pose)
इस आसन को सुबह खाली पेट या खाना खाने के चार से पाँच घंटे के बाद करें। इस दौरान आप पेट के बल लेट जाएं और पैरों को दूर कर लें। अपने हाथों को छाती के बगल में रखें और फिर पीछे ले जाएं। इस दौरान आप अपने पैरों को उठाएं और अपने हाथों के साथ उन्हें करके आगे की तरफ खींचें। सर को ऊपर रखें और छाती को जमीन से ऊपर की तरफ ले आएं। इस स्थिति में आप एक तीर वाले आकार में आ जाएंगे।
भुजंगासन (Bhujangasana)
इस जैसा तो शायद ही कोई आसन होगा। अगर आपकी पीठ में कोई भी दर्द है तो पुराने से पुराने दर्द को (अमूमन इस वाक्य को कब्ज के लिए इस्तेमाल किया जाता है) गायब कर देगा। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और हाथों को छाती के पास ले आएं। पैरों को पास ले आएं और अब शरीर के ऊपर के हिस्से को ऊपर उठाएं। हाथ सीधे और पैर एवं कमर तक का हिस्सा जमीन पर ही रहना चाहिए।
ये भी पढ़ें: कंप्यूटर के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले 5 नुकसान: Computer Ke Jyada Istemaal Se Hone Wale 5 Nuksaan
पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)
जब भी आप किसी आसन को करते हैं तो मुद्रा में आते समय सांस खींचें और रिलैक्स करते समय सांस को छोड़ दें। ये बात आपके पेट पर भी लागू होती है क्योंकि वो भी गैस पास करता है। इस आसन को करने के लिए आप पीठ के बल लेट जाएं और पैर सीधे कर लें। अगर आप एक साथ दोनों पैरों को उठा सकते हैं तो बेहतर है वरना अपने एक पैर को छाती तक मोड़कर लाएं और सर को ऊपर उठाएं। अपने हाथों से पैर को पंद्रह से बीस सेकेंड के लिए रोककर रखें और फिर इसे दूसरे पैर से दोहराएं।
सेतु बंधासन (Bridge Pose)
सेतु बंधासन को करना बेहद आसान है बशर्ते आप इसे करना जानते हों। आज कल के दौर में कई लोग तो इस आसन को करने का तरीका नहीं जानते हैं या कई बार गलत तरह से करते हैं। आप पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को मोड़ लें। अपने हाथों से पंजों के ऊपर मौजूद एडी को पकड़ें और अब पीठ को ऊपर उठा लें। इस आसन को बीस सेकेंड तक करें। आपको बेहद लाभ मिलेगा।
ये भी पढ़ें: ज्यादा पानी पीने के 5 नुकसान: Jyada Paani Peene Ke 5 Nuksaan
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।