अर्ध चंद्रासन कैसे और क्यों करें: Ardha Chandrasana Kaise aur kyu kare?

फोटो- onlymyhealth
फोटो- onlymyhealth

व्यक्ति के जीवन में योग का बहुत महत्व है। उन में से एक है अर्ध चन्द्रमा योगासन। इस आसन को करने से ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलती है। अर्ध चंद्रासन को हाफ मून पोज भी कहा जाता है, क्योंकि इस आसन से शरीर को शांति प्रदान होती है।

ये भी पढ़ें: आकर्ण धनुरासन कैसे और क्यों करें: Akarna Dhanurasana Kaise aur kyu kare?

अर्ध चंद्रासन कैसे करें-

अर्ध चंद्रासन को करने के लिए सबसे पहले खड़े हो जाएं और अपने आपको त्रिकोण मुद्रा में रखें। इस मुद्रा में खड़े होते समय अपने दोनों पैरों को दूर करके खड़े हों। अब सांस लें और अपने दाहिने हाथ को दाहिने पैर से हटा दें और हाथ ऊपर की ओर ले जाएं। इस आसन को करते समय अपने घुटनों को मोडे़ नहीं।

ये भी पढ़ें: अधो मुख श्वानासन कैसे और क्यों करें: Adho Mukha Svanasana Kaise aur kyu kare?

क्या है अर्ध चंद्रासन करने के फायदे-

पाचन सही रहता है- इस आसन को करने से व्यक्ति के शरीर पर बड़ा प्रभाव यह पड़ता है कि इससे पाचन तंत्र सही रहता है। इसके साथ ही इससे वजन भी संतुलित रहता है, क्योंकि इस आसन के अभ्यास से शरीर से फालतू चर्बी निकल जाती है।

मांसपेशियों को मजबूत बनाता है- योग शरीर के लिए लाभदायक होता है। वहीं अर्ध चंद्रासन को करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। इस आसन को करने से मांसपेशियां मजबूत और शरीर लचीला होता है।

पीठ दर्द- योग करने से शरीर की कई समस्या दूर की जा सकती है। वहीं अगर आपको किसी भी तरह का पीठ दर्द हो रहा है तो उसे दूर करने के लिए योग करना लाभकारी होता है। इस आसन को करने से शरीर की हड्डियां मजबूत होती है।

ये भी पढ़ें: बद्ध कोणासन कैसे और क्यों करें: Baddha Konasana Kaise aur kyu kare?