अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आप या आपका कोई जानने वाला डिप्रेशन का शिकार है तो उसकी मदद करें, उनसे दूरियाँ ना बनाएं। ये बात एक तरफ जहाँ डिप्रेशन के मरीज के लिए सच है उतनी ही सच्चाई इस बात में भी है कि हर डिप्रेशन के मरीज को एक ऐसा इंसान या कोई ऐसी प्रक्रिया चाहिए होती है जो उसका इलाज कर सके। इसके लिए जरूरी है कि बीमार इंसान की मदद की जाए क्योंकि डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है और ये किसी भी उम्र में हो सकता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई भी इसका शिकार हो सकता है और अगर आप इससे ग्रसित रहे हैं तो खुद को हमेशा प्रसन्नचित्त रखें ताकि ये दोबारा आपको परेशान ना करे।
ये भी पढ़ें: हेल्थ और फिटनेस के लिए खुद पर विश्वास रखना जरूरी है
इस बात को समझे कि डिप्रेस्ड महसूस करना और डिप्रेशन का शिकार होना दोनों अलग चीजें हैं। इंसान डिप्रेस्ड किसी भी स्थिति में अपने मन मुताबिक परिणाम ना आने पर भी हो सकता है जबकि डिप्रेशन का अर्थ है कि वो एक ऐसी मानसिक स्थिति से गुजर रहा है जिसे रास्ते के अंत में कोई उजाला नहीं नजर आ रहा है।
ये भी पढ़ें: मेंटल हेल्थ को सही रखने के लिए ये तरीके अपनाएं
डिप्रेशन से ग्रसित होने पर या किसी को ठीक करने के लिए ये करें
अगर कोई इंसान डिप्रेशन में है तो इसका सीधा अर्थ है कि उसे किसी भी चीज में अच्छाई नहीं दिख रही होगी क्योंकि डिप्रेशन आपके मन में ये भाव ला देता है कि कोई भी चीज सही नहीं है। अगर आप इस समय डिप्रेशन से ग्रसित हैं या आपकी जानकारी में कोई ग्रसित है तो उन्हें ये एहसास दिलाएं कि वो कितने खास हैं। इस बात की अनुभूति होना कि वो खास हैं एक ऐसा एहसास है जो उनकी सोच और भावनाओं को बदलने के लिए काफी है। प्रोत्साहन किसी भी इंसान में एक नयी ऊर्जा भर सकता है और उन्हें एक नयी उम्मीद दे सकता है।
ये भी पढ़ें: मेंटल हेल्थ को नजरअंदाज ना करें, इसका इलाज करें
ये बेहद जरूरी है कि आप उनकी उपलब्धियों के बारे में बताएं, उनकी खूबियों का जिक्र करें और साथ ही उनकी मनः स्थिति को बदलने के लिए उनके सामने हमेशा अच्छे पलों के बारे में बात करें। इसमें दोराय नहीं कि डॉक्टरी परामर्श जीवन में अच्छे बदलाव लाता है और आप इन चीजों के साथ साथ किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें क्योंकि किसी भी फील्ड का जानकार ही बीमारी को खत्म कर सकता है।