मोबाइल के इस्तेमाल के कारण आप कौन सी परेशानियों को बढ़ा रहे हैं और उनके समाधान: Mobile Ke Istemaal Ke Kaaran Aap Kaun Si Pareshaniyon Ko Badha Rahe Hain Aur Unke Samadhaan

मोबाइल के इस्तेमाल के कारण आप कौन सी परेशानियों को बढ़ा रहे हैं और उनके समाधान
मोबाइल के इस्तेमाल के कारण आप कौन सी परेशानियों को बढ़ा रहे हैं और उनके समाधान

मोबाइल का इस्तेमाल करना एक आम बात है क्योंकि आज कल हर किसी के पास मोबाइल है और हर कोई मोबाइल के माध्यम से दूसरे से जुड़ा हुआ है। ये बात जितनी आसान है और इससे हमें जितना फायदा होता हुआ लग रहा है, वास्तविकता उससे उलट है। मोबाइल को काफी महत्वपूर्ण आविष्कार माना जाता है।

ये भी पढ़ें: गर्म पानी में हल्दी पीने के 5 फायदे: Garam Paani Mein Haldi Peene Ke 5 Fayde

एक तरफ जहाँ ये एक बड़ा आविष्कार है वहीं ये बात भी सच है कि इसके कारण हमें कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। ये मुमकिन है कि आपको ये बात सच ना लगे लेकिन मोबाइल के कारण हमें कई बीमारियों से दो चार होना पड़ता है और उनके बारे में हम आपको बताने वाले हैं।

मोबाइल के अधिक इस्तेमाल के कारण आप कौन सी परेशानियों को बढ़ा रहे हैं और उनके समाधान (Health Problems caused by Excess Mobile usage and its solutions)

स्पाइनल कॉर्ड में परेशानी और सर्वाइकल की दिक्कत (Cervical Spondylosis and spinal cord problem)

हम सब अपने मोबाइल को इस्तेमाल करते समय नीचे देखते हैं जिसके कारण हमारे स्पाइनल कॉर्ड की सबसे ऊपर की हड्डी में सबसे ज्यादा प्रेशर महसूस होता है। इसके बाद भी हम आदत नहीं छोड़ते हैं जिसकी वजह से हड्डियों से जुड़ी दिक्कत बनी रहती है। ऐसे में आपको अपनी आँखों की रेखा में यानी आँखों के सामने वाले स्तर पर मोबाइल का इस्तेमाल करना चाहिए।

आँखों की रौशनी हो रही है खराब (Blurred Vision and Vision related issues)

आँखों को देखने के लिए बनाया गया है लेकिन जब आप उसका इस्तेमाल दिन भर रेडियो फ्रीक्वेंसी के सामने करेंगे तो उससे आँखों की रौशनी पर प्रभाव पड़ेगा। वैसे भी आँखों को ठीक रखना जरूरी है, परेशान तो उसे एक चोट भी कर सकती है और कोई भी इस परेशानी को अपने साथ होता हुआ नहीं देखना चाहेगा। अपने मोबाइल के इस्तेमाल करने वाले समय को कम कर दें।

ये भी पढ़ें: नींद ना आने की परेशानी को दूर करेंगे ये 5 योगासन: Neend Na Aane Ki Pareshaani Ko Door Karenge Ye 5 Yogasan

याददाश्त हो रही है कमजोर (Weak Memory)

ऐसे कई लोग हैं जो इसके लिए खराब खान पान को जिम्मेदार मानेंगे और वो गलत नहीं हैं लेकिन मोबाइल भी एक बड़ा कारण है। आप किसी उम्रदराज से पूछें तो उसे मोबाइल नंबर ऐसे ही याद रहेंगे लेकिन आज कल के दौर में लोगों को ये याद नहीं रहता है कि वो कमरे से बाहर पानी पीने के लिए आए थे या स्नैक लेने। कमजोर मेमोरी सेहत के लिए नुकसानदेह है।

इम्यूनिटी को करे कमजोर (Weakens Immunity)

इम्यूनिटी को शरीर के लिए वरदान कहा जा सकता है। इम्यूनिटी को ठीक करने के लिए आपको इसका इस्तेमाल सिर्फ तब करना चाहिए जब बेहद जरूरी हो। ऐसे में कोई ये ना कहे कि उठने के लिए भी उसे मोबाइल की जरूरत है। आपको शायद यकीन ना हो लेकिन अगर आप एक बार ध्यान से अपने दिमाग को अपने जगने का समय बता दें तो वो आपको उससे पहले ही स्वतः जगा देगा।

सोशल मीडिया एंजायटी डिसऑर्डर (Social Media Anxiety Disorder)

आज कल जब हम कुछ भी पोस्ट करते हैं तो ये जानना चाहते हैं कि उसपर कितने लोगों के कमेंट आए और कितने लोगों ने लाइक किया। स्टेटस को कितने लोगों ने तुरंत देखा इत्यादि हमारे मांपने के पैमाने हैं जो एक डिसऑर्डर है और उसकी वजह से एंजाइटी होती है। इस आदत को खत्म करने के लिए आप अपने फोन की सेटिंग्स में मौजूद डिजिटल वेल्बीइंग में डेली यूसेज को कम करें और खुद को बेहतर करें। बचे हुए समय को कुछ नया पढ़ने, सीखने में लगाएं।

ये भी पढ़ें: दाँतों को रखें सफेद और अपनी ओरल सेहत और मुस्कान को बरकरार: Daaton Ko Rakhein Safed Aur Apni Oral Health Aur Muskaan Ko Barkaraar

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Amit Shukla