भारत सरकार एक नए वर्क कोड की तरफ काम कर रही है जिससे ना सिर्फ कंपनी तथा एम्प्लाइज बल्कि फ्रीलांसर्स को भी फायदा मिलने वाला है। इस नए वर्क कोड के आधार पर सरकार कंपनियों को अलग अलग ऑप्शन मुहैया करा रही है जिससे आप अपने एम्प्लाइज को अलग अलग वर्क फॉर्मेट में काम करा सकते हैं।
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इससे एम्प्लाइज के लिए ये फायदा होगा कि वो अपनी जरूरत के हिसाब से अपने वर्क टाइम को मैनेज कर सकते हैं। अगर आप प्रतिदिन बारह घंटे काम करते हैं तो आप मात्र चार दिन काम करेंगे, जबकि पाँच दिन काम करने वाले प्रतिदिन दस घंटे काम करेंगे। वहीं अगर आप छह दिन काम करना चाहते हैं तो आप प्रतिदिन आठ घंटे काम कर सकते हैं।
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नया वर्क कोड क्या है और उससे जुड़े फायदे
इससे एक बड़ा फायदा ये होगा कि ये आपको समय की बचत के साथ साथ अच्छी सेहत भी देगा और कंपनी तथा एम्प्लाइज को ये सुविधा भी कि वो अपने काम के अनुसार अपनी शिफ्ट कर सकें। ये एक तरफ जहाँ एम्प्लाइज के लिए अच्छा है वहीँ कंपनी के लिए भी बेहतर है क्योंकि इससे एम्प्लाइज की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है।
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इसका एक प्रयोग पहले जर्मनी और फिर माइक्रोसॉफ्ट के जापान यूनिट में किया गया है और उसके परिणाम बेहद सकारात्मक रहे हैं। इस नए वर्क कोड में फ्रीलांसर्स को भी अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। सरकार उसके लिए एक वेबसाइट लाने वाली है जिसपर रजिस्टर करके आप भी अपनी सेहत एवं अन्य से जुड़े फायदे प्राप्त कर सकते हैं। इन फायदों को राज्य कर्मचारी बीमा योजना के तहत प्राप्त किया जा सकता है।
अगर आप फ्रीलांस काम करते हैं तो भी आपको प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से हर वो लाभ प्राप्त होगा जो किसी भी कंपनी के एम्प्लॉई को प्राप्त होता है। यहाँ ये ध्यान देनेवाली बात है कि सरकार ने अपने इस नए वर्क कोड में हर वर्ग का ध्यान रखा है जो इस बात को दर्शाती है कि कोई भी काम छोटा नहीं होता।