आँखों की रौशनी को ठीक करने के लिए करें ये आसान से एक्सरसाइज: Aankhon Ki Raushani Ko Theek Karne Ke Liye Karein Ye Aasan Se Exercise

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हिंदी फिल्मों में आँखों पर कई गीत लिखे गए और शेर-ओ-शायरी करने वालों ने भी आँखों के बारे में कई बातें कहीं हैं। इनमें से कितनी सच हैं और कितनी नहीं, इसका फैसला आप कर सकते हैं लेकिन हिंदी फिल्मों के एक मशहूर गीत में आँखों की सच्चाई बताई गई है। उस गीत के बोल कुछ इस तरह से हैं, 'आंखें भी होती हैं दिल की जुबान, बिन बोले कर देती हैं, हालत ये पल में बयां।'

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इस लाइन में एक बड़ी सच्चाई को बेहद आसानी से कह दिया गया है। आपके शरीर में हर नस एक दूसरे से जुड़ी हुई है और अगर आँखों में कोई दिक्कत है तो ये भी संभव है कि ये दिल से जुड़ी किसी परेशानी का संकेत हो। वैसे भी कहा जाता है कि जबान झूठ बोल सकती है, आँखें झूठ नहीं बोलती।

अगर आपकी आँखें ये इशारा कर रही हैं कि आपको देखने में परेशानी हो रही है तो ये बात एकदम सच है। आँखों के बिना आप दुनिया में हो रहे इतने अच्छे पलों को नहीं देख सकेंगे और कमजोर होती हुई आपकी आईसाइट धीरे धीरे अन्य अंगों पर भी असर ड़ाल सकती है। आइए आपको बताते हैं आँखों की रौशनी को ठीक करने के आसान से वो तरीके जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

आँखों की रौशनी को ठीक करने के लिए करें ये आसान से एक्सरसाइज (Simple Exercises to boost vision)

हथेलियाँ रगड़ना (Palming)

ये बात आपने गौर की होगी कि जब भी आप कोई व्यायाम करते हैं फिर चाहे वो शारीरिक वर्जिश हो या फिर आसान योगासन, अगर आपने अपनी आँखों को इस दौरान बंद रखा है तो आपको हमेशा हाथों को मलकर आँखों पर लगाने को कहा जाता है। इसके पीछे एक वजह ये है कि जब आप हाथों को मलते हैं तो आप ऊर्जा उत्पन्न करते हैं और वो ऊर्जा आँखों की पुतलियों पर तीन बार लगाकार आप उसको ऊर्जावान बना रहे होते हैं। ये बात ध्यान रखें कि इस एक्सराइज में हाथ मलना ठीक है, पर जीवन में ऐसा कुछ ना करें जिसमें आपको हाथ मलना पड़े।

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पलक झपकना (Blinking)

आँखों का बार बार झपकना एक मानसिक बीमारी है लेकिन अगर आप इसे बस कुछ पलों के लिए एक एक्सरसाइज के दौरान करते हैं तो ये बुरा नहीं है। इस तरह से आप आँखों को बदलते माहौल के बारे में बता रहे होते हैं। इसको दस बार झपकने के बाद आप आँखों को बीस सेकेंड के लिए बंद कर लें और इस क्रिया को पाँच बार करें।

आप चाहें तो सामने एक ज्योति (Flame/Light) को जलाकर उसपर भी अपना ध्यान केंद्रित करने का प्रयास कर सकते हैं। अगर ऐसा ना करना चाहें तो अपने हाथों को आगे की तरफ ले जाएं और अंगूठों को ऊपर की तरफ कर दें। इससे आपको लाभ होगा और अब एक आँख बंद करके अंगूठे के टिप पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें।

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।