कोफी किंग्सटन और रैंडी ऑर्टन के बीच 11 साल बाद एक बार फिर दिलचस्प दुश्मनी जन्म ले चुकी है। पिछले कई महीनों से चल रही डब्लू डब्लू ई (WWE) चैंपियन बनने की रेस सप्ताह दर सप्ताह और भी रोचक होती जा रही है।
आपको याद दिला दें कि समरस्लैम पीपीवी में कोफी किंग्सटन को जीत मिली थी लेकिन उस मुकाबले में द वाइपर ने मौजूदा चैंपियन के सामने कड़ी चुनौती पेश करते हुए दिखा दिया था कि वो ऐसे ही 13 बार के वर्ल्ड चैंपियन नहीं बने हैं। अब क्लैश ऑफ चैंपियंस पीपीवी में ये दोनों एक बार फिर एक दूसरे के सामने रिंग में उतरने वाले हैं।
इस बात में कोई संदेह नहीं कि रैंडी मौजूदा WWE चैंपियन के सामने कड़ी चुनौती बनकर खड़े हुए हैं। समरस्लैम में मिली हार के बाद वो हार झेलने की स्थिति में तो बिलकुल भी नहीं हैं और इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 कारण आपके सामने रखने जा रहे हैं जो बताते हैं कि क्लैश ऑफ चैंपियंस में ऑर्टन को ही चैंपियन बनना चाहिए।
# WWE टाइटल को एक नई दिशा की जरुरत है
इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि पिछले 1-2 महीनों में स्मैकडाउन ने खुद में सुधार किया है लेकिन इसके बावजूद व्यूअरशिप में बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली। इसका सबसे बड़ा कारण अच्छी दुश्मनी का ना होना है। उदाहरण के तौर पर कोफी किंग्सटन को ही देख लें तो रेसलमेनिया 35 में चैंपियन बनने के बाद उन्हें कोई बड़ी स्टोरीलाइन नहीं मिल पाई है।
उन्हें समोआ जो, केविन ओवेंस और डॉल्फ जिगलर के साथ भी जोड़ा गया लेकिन WWE को कोई फायदा नहीं पहुंचा, केवल रैंडी ऑर्टन के साथ उनकी दुश्मनी सफल हुई है और अब अगर द वाइपर आगामी पीपीवी में चैंपियन बनते हैं तो ब्लू ब्रांड के सबसे बड़े टाइटल को नई दिशा मिल सकती है जिसकी फिलहाल WWE को सख्त जरुरत है।
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# क्राउड के बीच कोफी से ज्यादा लोकप्रिय हैं रैंडी ऑर्टन
रैंडी ऑर्टन चाहे हील सुपरस्टार हों या फिर बेबीफेस लेकिन क्राउड लगातार उन्हें चीयर करता हुआ दिखाई देता है। वापसी के बाद जिस तरह की प्रतिक्रियाएं उन्हें मिलती आई हैं उनके हिसाब से ऑर्टन किसी बड़े बेबीफेस सुपरस्टार से कम नहीं हैं।
क्लैश ऑफ चैंपियंस में टाइटल जीतकर वो ना केवल 14 बार के वर्ल्ड चैंपियन कहलाए जाएंगे बल्कि WWE की रेटिंग्स में सुधार होने की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑर्टन के पास रेसलिंग का अच्छा अनुभव है। उनके पास शानदार प्रोमो देने और रिंग में जबरदस्त एक्शन देने की क्षमता है।
ये सभी चीजें उन्हें कोफी से ही नहीं बल्कि दूसरे सुपरस्टार्स से भी अलग बनाती हैं, उनके चैंपियन बनने से WWE को फायदा ही पहुँचेगा ना कि नुकसान होगा।
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# WWE चैंपियनशिप की खोयी हुई प्रतिष्ठा को वापस ला सकती है
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि रेसलमेनिया 35 में जब कोफी किंग्सटन चैंपियन बने तो वो एक शानदार पल था। लेकिन सच यह है कि उनके चैंपियन बनने के बाद WWE चैंपियनशिप बेल्ट का कद घटा है।
आज भी काफी लोगों का मानना है कि कोफी किंग्सटन को इतने लंबे समय तक चैंपियन बनाए रखने की रणनीति विफल हुई है और वो मिड-कार्ड डिवीजन में बेहतर कर सकते हैं। ये चीजें स्पष्ट रूप से इस ओर इशारा कर रही हैं कि द वाइपर WWE चैंपियनशिप की खोयी हुई प्रतिष्ठा को वापस लाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
उनका मौजूदा किरदार कुछ ऐसा है कि हील होते हुए भी फैंस उन्हें हर हफ्ते रिंग में देखना चाहते हैं। ऑर्टन के पास वह काबिलियत है कि वो लंबे समय तक WWE के ब्लू ब्रांड को अपने मजबूत कंधों पर संभाल सकते हैं।
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