WWE मनी इन द बैंक (Money in the Bank) पीपीवी को MITB लैडर मैचों के लिए पहचाना जाता है, जिनके विजेता ब्रीफ़केस को किसी भी ब्रांड के चैंपियन के खिलाफ कैशइन कर सकते हैं। लैडर मैचों में WWE की दोनों ब्रांड्स के कुछ सुपरस्टार्स आमने-सामने होते हैं, जो लैडर पर चढ़कर ब्रीफ़केस को अपने नाम करने की कोशिश करते हैं।
Money in the Bank कॉन्ट्रैक्ट को जीतने वाले सुपरस्टार्स को अक्सर अगले एक साल में बड़ा पुश मिलने की संभावना होती है। इतिहास गवाह है कि जिन सुपरस्टार्स के कैशइन सफल रहे, उनमें से कुछ आज WWE के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में शामिल हो चुके हैं। लेकिन WWE पिछले कई सालों से MITB लैडर मैचों में बड़ी गलतियां करती आ रही है और इस आर्टिकल में हम उन्हीं 5 बड़ी गलतियों से आपको अवगत कराएंगे।
ये भी पढ़ें: 5 तरीके जिनसे विमेंस Money in the Bank लैडर मैच का अंत देखने को मिल सकता है
WWE सुपरस्टार्स का धीरे-धीरे लैडर पर चढ़ना
मैच शुरू होने के कुछ मिनट बाद सुपरस्टार्स थके हुए नजर आने लगते हैं। इस बीच ऐसा भी मौका आता है जब कोई एक ही सुपरस्टार रिंग में बचा हो, जो धीरे-धीरे लैडर पर चढ़ रहा होता है। जब भी कोई सुपरस्टार ऐसा करता है, फैंस पहले ही अंदाजा लगा चुके होते हैं कि कोई ना कोई सुपरस्टार उन्हें ब्रीफ़केस को जीतने से रोकने वाला है।
ये भी पढ़ें: 4 WWE सुपरस्टार्स जो Money in the Bank विजेता बने, लेकिन अब WWE को छोड़ चुके हैं
सुपरस्टार्स का धीरे-धीरे लैडर पर चढ़ना मैच को बोरिंग बना देता है। वहीं जिस सुपरस्टार को जीत के लिए बुक किया जाता है उसके लैडर पर जल्दी चढ़ने से भी लोगों को पहले ही पता चल जाता है कि मैच में किसे जीत मिलने वाली है। ये एक ऐसी चीज है जिसे WWE को करने से बचना चाहिए।
ये भी पढ़ें: 4 बड़ी गलतियां जो WWE को Money in the Bank पीपीवी में बिल्कुल नहीं करनी चाहिए
कृपया Sportskeeda के WWE सेक्शन को बेहतर बनाने में मदद करें। अभी 30 सेकंड का सर्वे करें!
मैच में ज्यादा सुपरस्टार्स को जगह देना
Money in the Bank लैडर मैचों की शुरुआत साल 2005 में हुई थी, जिसमें कुल 6 सुपरस्टार्स ने भाग लिया था। लेकिन पिछले कुछ सालों में MITB लैडर मैचों में प्रतिभागियों की संख्या 7,8 और कभी-कभी 10 भी होते देखी गई है। कभी-कभी ज्यादा सुपरस्टार्स का रिंग में होना मैच को बोरिंग बना देता है। कम सुपरस्टार्स के मैच में ज्यादा एक्शन देखा जाता था और फैंस को भी आसानी से समझ आता था कि आखिर मैच में बढ़त किसने प्राप्त की हुई है।
सुपरस्टार्स द्वारा लैडर को उतारने में देरी करना
कई बार पहले ही स्थिति स्पष्ट हो जाती है कि ब्रीफ़केस जीत के लिए WWE ने किस सुपरस्टार को बुक किया है। इस बीच कुछ रेसलर्स लैडर पर चढ़कर ब्रीफ़केस उतारने में उम्मीद से ज्यादा समय लगाते हैं। इससे स्थिति स्पष्ट होने लगती है कि कोई ना कोई सुपरस्टार लैडर को धक्का देने वाला है। मैच का थोड़ा वास्तविक रूप दिखाने के लिए WWE को ऐसा करने से बचना चाहिए क्योंकि जीत के लिए बुक किए गए सुपरस्टार की तुलना में अन्य सुपरस्टार्स के कैरेक्टर को इससे बहुत ठेस पहुंचती है।
सुपरस्टार्स द्वारा लैडर के ऊपर चढ़कर समय नष्ट करना
MITB लैडर मैचों में ऐसे बहुत मौके देखे गए हैं जब कोई सुपरस्टार ब्रीफ़केस को उतारने के बहुत करीब होता है और ये एक जीत उनके करियर को नई दिशा में आगे बड़ा सकती है। पिछले साल ब्रॉक लैसनर की एंट्री के दौरान अली ब्रीफ़केस को उतारने ही वाले थे, लेकिन लैसनर को देख वो इतना चौंक उठे कि उन्होंने बीफ़केस की ओर ध्यान ही नहीं दिया। इस तरह समय नष्ट करना किसी प्रतिभाशाली सुपरस्टार को शोभा नहीं देता।
ब्रीफ़केस जीतने के बजाय रेसलर्स का लैडर के ऊपर से छलांग लगाना
कई बार कोई सुपरस्टार लैडर के ऊपर चढ़कर ब्रीफ़केस को उतारने के बहुत करीब होता है, लेकिन कॉन्ट्रैक्ट जीत को नजरंदाज करते हुए वो नीचे खड़े अन्य सुपरस्टार्स पर छलांग लगा देता है। भला रियल लाइफ में कोई रेसलर ब्रीफ़केस जीतने के मौके को खाली कैसे छोड़ सकता है। इससे ना केवल फैंस बल्कि रेसलर के मन में भी निराशा पैदा हो सकती है, जो WWE के प्रोडक्ट के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है।