रोमन रेंस ने ल्यूकीमिया के कारण करीब चार महीने तक WWE से दूर रहने के बाद फ़ास्टलेन पे-पर-व्यू से एकदम ठीक पहले सबको चौंकाते हुए कंपनी में भावनात्मक वापसी की थी। हालांकि लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि रोमन रेंस ने इतनी खतरनाक बीमारी से जंग जीत ली है।
रोमन रेंस ने 22 अक्टूबर, 2018 को घोषणा की थी कि वह 11 साल पहले की तरह एक बार फिर ल्यूकीमिया से पीड़ित हैं, और उसके ठीक चार महीने बाद 25 फरवरी, 2019 को एक बार फिर रिंग में आकर उन्होंने घोषणा की, कि उनकी स्थिति में काफी सुधार आया है। और ल्यूकीमिया काफी हद तक समाप्त हो चुका है।
रेंस ने WWE में वापसी के बाद अपना पहला मैच फ़ास्टलेन पीपीवी में लड़ा था, जहां उन्होंने अपने शील्ड ब्रदर्स सैथ रॉलिंस और डीन एम्ब्रोज के साथ मिलकर ड्रू मैकइन्टायर , बॉबी लैश्ली, और बैरन कॉर्बिन के खिलाफ मैच लड़ा था। यह शील्ड का आखिरी मैच था।
'द बिग डॉग' रोमन रेंस पर आधारित WWE नेटवर्क की 'WWE क्रॉनिकल' सीरीज़ के दूसरे भाग के दौरान, इस WWE सुपरस्टार ने खुलासा किया कि भले ही वह रिंग में वापस आ गए हों, लेकिन ल्यूकीमिया के साथ उनकी जंग अभी भी जारी है।
PWInsider के माइक जॉनसन ने WWE क्रॉनिकल के हवाले से बताया, कि रोमन रेंस पर आधारित ":WWE क्रॉनिकल" के दुसरे भाग में रोमन रेंस ने खुलासा किया है कि ल्यूकीमिया को अपने से दूर रखने के लिए उन्हें सारी जिंदगी दवा लेनी होगी।
सच्चाई यह है कि भले ही रोमन रेंस इस बीमारी से उबर गये हैं, और रैसलिंग करने लगे हैं, परंतु यह उनकी मजबूरी है कि उन्हें अब अपनी सारी ज़िन्दगी यह दवा लेनी ही होगी।
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