डब्लू डब्लू ई (WWE) के मेन इवेंट से फैंस को काफी सारी उम्मीदें थी। शो में हमें कई शानदार मुकाबले देखने को मिले। लेकिन जिस मुकाबले से उन्हें सबसे ज्यादा उम्मीद थी, उसमें कुछ ख़ास देखने को नहीं मिला। शो के मेन इवेंट में सैथ रॉलिंस का मुकाबला ब्रे वायट के साथ हुआ। ये मुकाबला यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए हुआ था और फैंस ने उम्मीद की थी कि इस मुकाबले में टाइटल चेंज होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। द फीन्ड इस समय के सबसे मशहूर सुपरस्टार्स में से एक हैं लेकिन इसके बावजूद वह इस मैच में हार गए थे।
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फैंस के मन में ये सवाल है कि WWE ने ऐसा फैसला किस वजह से लिया। आइये जाने ब्रे वायट को चैंपियन ना बनाने के पीछे के 5 कारण।
#5 शो में दो पार्ट टाइम चैंपियंस के होने से फैंस को काफी गुस्सा आता
इस हफ्ते स्मैकडाउन में ब्रॉक लैसनर ने कोफ़ी किंग्सटन को हराकर WWE चैंपियनशिप अपने नाम की। इस मुकाबले के अंत के बाद से ही फैंस काफी ज्यादा गुस्सा हैं। लैसनर WWE के लिए पार्ट टाइम काम करते हैं और इसके अलावा उन्होंने कोफ़ी को मात्र 5 सेकेंड्स के अंदर हराया था। ये तो तय है कि लैसनर हर शो में अपना टाइटल डिफेंड नहीं करने वाले हैं।
ऐसा ही द फीन्ड के लिए भी कहा जा सकता है। वायट का किरदार काफी अलग है और अगर वह रॉ या स्मैकडाउन में लड़ने लग जाएं तो इससे उनके किरदार को काफी नुकसान होगा। अगर उन्हें चैंपियन बना दिया जाता तो वह एक पार्ट टाइम रेसलर की तरह ही काम करते और ऐसा होते हुए देख शायद ही कोई फैन खुश होगा।
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#4 दोनों सुपरस्टार्स को अलग अलग ब्रांड में रखा जा सके
अगले स्मैकडाउन और रॉ में हमें ड्राफ्ट देखने को मिलेगा। अफवाहों के अनुसार रॉलिंस को ड्राफ्ट में WWE रॉ से स्मैकडाउन भेजना चाहती थी लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकता है क्योंकि वह रॉ के यूनिवर्सल चैंपियन हैं। जिस तरह हैल इन ए सैल में दोनों रेसलर्स का मैच ख़त्म हुआ, उसे देखकर तो यही लग रहा है कि रॉलिंस और फीन्ड की दुश्मनी यहीं पर ख़त्म नहीं हुई है और दोनों आने वाले समय में भी एक दूसरे का सामना करेंगे।
लेकिन इस बात की सम्भावना भी है कि WWE फीन्ड को स्मैकडाउन में भेजना चाहेगी क्योंकि वह इस समय WWE के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक है। ऐसा भी हो सकता है कि वह रॉयल रंबल मैच को जीतने के बाद एक बार फिर से टाइटल के लिए चैलेंज करे।
#3 उन्हें इस समय चैंपियन बनाना जल्दबाजी होगी
ब्रे वायट का वापसी के बाद लाइव टीवी पर ये दूसरा मुकाबला था। इससे पहले उन्होंने फिन बैलर के साथ दुश्मनी की थी और समरस्लैम में शानदार जीत भी दर्ज की। हैल इन ए सैल में उन्होंने मौजूदा यूनिवर्सल चैंपियन के खिलाफ शानदार मैच लड़ा लेकिन इसका अंत बुरा हुआ।
लेकिन ये भी सच है कि इस समय फीन्ड को टाइटल देना काफी जल्दबाजी होगी क्योंकि उन्हें WWE में वापस आए ज्यादा समय नहीं हुआ है। इसलिए समझदारी इसमें ही होगी कि वायट को कुछ और समय तक टाइटल से दूर रखा जाए और फिर उन्हें चैंपियन बना दिया जाए।
#2 वायट से अच्छा काम रॉलिंस करते हैं
ये सच है कि वायट इस समय WWE के सबसे मशहूर सुपरस्टार्स में से एक हैं लेकिन हमें ये भी मानना होगा कि रॉलिंस ज्यादा अच्छा काम करते हैं। हैल इन ए सैल में वायट ने कई बार किकआउट किया और भले ही फैंस को इस बार ऐसा करना पसंद आया हो लेकिन हर बार ऐसा करने से WWE को सिर्फ नुकसान होगा।
वायट रिंग में शानदार काम करते हैं लेकिन रॉलिंस ही फैंस को एक क्लासिक मैच दे सकते हैं। शायद इस वजह से इस बार फीन्ड को टाइटल नहीं दिया गया। वह आने वाले समय में अपने रेसलिंग स्टाइल में थोड़ा बदलाव करके काम कर सकते हैं।
#1 मेंस डिवीजन में फेस रेसलर्स की कमी
इस समय WWE में कई चैंपियंस ऐसे हैं जो विलन का काम कर रहे हैं। लैसनर, एजे स्टाइल्स, शिंस्के नाकामुरा, द रिवाइवल और डॉल्फ जिगलर और रॉबर्ट रूड के पास इस समय टाइटल है और सभी हील्स है। WWE में इस समय कम फेस चैंपियंस है और इस वजह से रॉलिंस को टाइटल रिटेन करने दिया गया होगा।
वह लाइव इवेंट्स में अलग अलग हील सुपरस्टार्स के खिलाफ लड़के उनके किरदार को फायदा करवा सकते हैं। इस तरह से ही WWE फेस रेसलर्स को बुक करती है और अगर फीन्ड को चैंपियन बनाया जाता तो इससे WWE में फेस रेसलर्स की कमी महसूस होने लगती।