WWE ने कुछ साल पहले ड्राफ्ट की शुरुआत की थी जिससे रेसलर्स को अपने ब्रैंड को बदलकर नए काम और अलग रेसलर्स के साथ कहानी बनाने का मौका मिलता था। एक दौर हुआ करता था जब इसकी महत्ता थी लेकिन हाल के समय में इसमें कमी देखने को मिली है। अब इसके पीछे के कारण चाहें कुछ भी हों पर इससे फैंस खासे खुश नहीं हैं।
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वहीं एक पक्ष ऐसा भी है जिसके आधार पर इस तरह के ड्राफ्ट से ही कहानियों में बदलाव और नयापन आता है। इन दोनों पक्षों में से किसकी बात सही है ये तो एक व्यक्तिगत प्रश्न हो सकता है लेकिन इस आर्टिकल में हम उन कारणों पर नजर डालेंगे जिनके आधार पर ड्राफ्ट होना और नहीं होना चाहिए।
#5 खत्म कर देना चाहिए: WWE दोनों ब्रैंड्स के बीच में कोई अलग स्तर बनाकर नहीं रख पाती है
अगर आप किसी ब्रैंड में ड्राफ्ट कर दिए जाते हैं तो आप उस ब्रैंड में काम करने लग जाते हैं। उससे उलट ऐसी स्थिति बन रही है जहाँ रेसलर्स दूसरे ब्रैंड्स में बड़ी आसानी से आ जा रहे हैं। विंस मैकमैहन ने एक समय पर एक वाइल्डकार्ड रूल को लागू किया था जिसके कारण ऐसा संभव था।
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अगर आपको अपने ब्रैंड के रेसलर्स को अपने शो में नहीं रखना है तो फिर इस तरह के ड्राफ्ट का कोई मतलब नहीं बनता है। WWE में काम करने वाले सभी रेसलर्स कंपनी के ही हैं और वो किसी भी शो में आ जा सकते हैं। ऐसे में फिर इस ड्राफ्ट के क्या मायने रह जाते हैं। इससे भला क्या फायदा हो रहा है।
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#4 खत्म नहीं होना चाहिए: कई रेसलर्स को इस ब्रैंड स्प्लिट के कारण काफी मौके मिले हैं
ब्रैंड स्प्लिट होने के कारण ही तो एजे स्टाइल्स ये कह सके कि SmackDown वो शो है जिसको बेहतर करने में उन्होंने एक बड़ा योगदान दिया है। इसमें दोराय नहीं है क्योंकि बैकी लिंच इस कारण से ही आगे बढ़ सकीं क्योंकि वो SmackDown का हिस्सा थीं। अगर ऐसा नहीं होता तो वो रोंडा राउजी के नाम और काम के आगे विफल हो जातीं।
कोफी किंग्सटन ने जिस कोफीमेनिया से सबको हैरान कर दिया था वो भी इसी के कारण ही संभव हो सका था। ऐसे में आपको अपना ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप ये कह रहे हैं कि एक ब्रैंड स्प्लिट सही नहीं है तो फिर क्या आप इन मौकों को भी सही नहीं मानते हैं। अगर ये मौके सही हैं तो ये बात भी कि ब्रैंड स्प्लिट रहना चाहिए।
#3 खत्म कर देना चाहिए: मौजूदा रिलीज के बाद रोस्टर काफी छोटे हो गए हैं
रोस्टर से कई रेसलर्स के जाने के बाद कई डिवीजन के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। विमेंस डिवीजन में अगर ध्यान से देखा जाए तो महज सात ही रेसलर्स SmackDown में हैं जबकि कुछ चेहरों को ही हर हफ्ते टीवी पर मौका दिया जाता है। इन्हीं रेसलर्स को बड़े शोज में भी दिखाया जाता है। इससे किसी को कोई लाभ होता हुआ नहीं दिख रहा है।
अगर जो रेसलर्स पीछे हैं उन्हें आगे आने का मौका मिले तो वो कुछ धमाल कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपना ध्यान रखना चाहिए और ये बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि इस तरह के व्यवहार से विंस ने कई रेसलर्स के करियर बेहतर करने की उम्मीद के बाद बेकार कर दिए हैं। इस तरह के बंधन लगा देने से आप हर डिवीजन को कम मौके दे रहे हैं।
#2 खत्म नहीं होना चाहिए: WWE के बड़े स्टार्स दोनों शो में नजर आकर अपनी पावर का बेहतर इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं
ड्रू मैकइंटायर Raw में अच्छा काम कर रहे हैं जबकि रोमन रेंस वैसा ही काम SmackDown में कर रहे हैं। ऐसे में अगर ड्रू कभी SmackDown में आते हैं तो उससे ड्रू को अपने हुनर को दूसरे ब्रैंड में भी दिखाने का मौका मिलेगा पर उनके काम का जो असर Raw में है वो SmackDown पर प्रभाव नहीं ड़ाल सकेगा।
एक रेसलर के लिए खुद पर फोकस करना बेहद जरूरी है और अगर रेसलर दो ब्रैंड्स में दिखेगा तो वो खुद पर फोकस नहीं कर पाएगा। ये एक बड़ी बात है और इसका खामियाजा हमने वाइल्डकार्ड रूल के दौरान देखा था। इसलिए इस ब्रैंड स्प्लिट को खत्म नहीं होना चाहिए। इससे ही सबको फायदा होगा।
#1 खत्म कर देना चाहिए: WWE अपने दोनों ब्रैंड्स को बिल्ड कर पाएगी
2016 में जब सभी रेसलर्स ने पहली बार ब्रैंड स्प्लिट को होते हुए देखा था तो उस समय दोनों ब्रैंड्स अपने आप को बिल्डअप कर पा रहे थे। इस समय के कम रोस्टर के कारण अगर ये खत्म हो जाता है तो रेसलर्स के पास खुद के लिए मौका होगा। इस स्थिति के दुष्परिणाम भी हम सब देख चुके हैं।
ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या ब्रैंड स्प्लिट करना एक सही फैसला है या नहीं? ब्रैंड स्प्लिट होने से कई ड्रीम मैच देखने को नहीं मिलते हैं। अगर कंपनी इस समस्या को दूर कर पाती है तो फिर उसे इस ब्रैंड स्प्लिट को खत्म कर देना चाहिए। एक बड़ा सवाल ये है कि इस स्थिति में Survivor Series का क्या होगा?