Crown Jewel भले ही WWE इतिहास का सबसे विवादास्पद इवेंट रहा हो लेकिन फिर भी शो सुर्खियां बटोरने में कामयाब रहा। इवेंट के साथ राजनीतिक एंगल भी जुड़ा रहा जिसके चलते कई लोगों ने खुद को शो से दूर ही रखा। कुछ भी कहिए, Crown Jewel एक यादगार और एतिहासिक इवेंट रहा। इस बात को हम अच्छे ही नहीं बल्कि बुरे नज़रिये से भी कह रहे हैं।
शो में उतनी ही चीज़ें अच्छी थी जितनी कि बुरी थी। शो में कुछ मैच ऐसे थे जिनका कोई आधार नहीं दिख रहा था और कुछ मैच ऐसे भी थे जोकि WWE यूनिवर्स को बहुत पसंद आये। आपको बता दें कि शो के दौरान ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा करने के लिए लाखों लोगों ने #WWECrownJewel का इस्तेमाल किया। तो चलिए बिना किसी देरी के आपको बताते हैं पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर चुके इस एतिहासिक WWE Crown Jewel की अच्छी और बुरी बातें।
#1 अच्छी बात: प्रोडक्शन
WWE ने और उसके साथ जुड़े सभी लोगों ने इवेंट के प्रोडक्शन के लिए जो काम किया वो सराहनीय था। शो की प्रोडक्शन बहुत शानदार था। मैजिक कारपेट पर 'द न्यू डे' की रिंग में एंट्री लाजवाब थी और इसके लिए प्रोडक्शन को जितने भी नंबर दिए जाएं वो कम होंगे। शो वाकई में 4 बड़े PPV इवेंट की तरह लग रहा था और WWE ने पैसा खरचने में भी कोई कमी नहीं की थी।
शो में डाली गई आतिशबाज़ी और पायरो ने शो को एक अलग ही रंग रूप दे दिया। इन सब चीज़ों ने शो को अलग बना दिया और ये इवेंट किसी रोज़ाना होने वाले इवेंट की तरह आम नहीं बल्कि किसी जलसे की तरह ख़ास बन गया। जनता बीच-बीच में कुछ समय के लिए उत्साहित होती थी और जब फैंस उत्साहित होकर शोर मचाते थे तो माहौल देखने लायक होता था। सऊदी अरब में Crown Jewel काफी ख़ास बन गया।
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#1 बुरी बात: वर्ल्ड कप विजेता
WWE वर्ल्ड कप किसी सुपरस्टार को आगे लेकर जाने के लिए एक अच्छा मौका था। ऐसी संभावनाएं बन सकती थी कि डॉल्फ ज़िगलर या द मिज़ में से कोई एक इसे जीतकर आगे तक जाएगा। इतना ही नहीं WWE इस मौके का इस्तेमाल बॉबी लैश्ले जैसे किसी रैसलर को सफलता दिलाने के लिए भी कर सकता था। लेकिन अंत में शेन मैकमैहन ने वर्ल्ड कप टूर्नामेंट अपने नाम कर लिया।
इस बात को समझा जा सकता है कि शेन मैकमैहन की जीत शो में शॉक (हैरानी) का एंगल डालने के लिए सही था लेकिन दूसरे नज़रिये से देखा जाए तो WWE ने एक हाथ आए मौके का दुरूपयोग किया। किसी अन्य रैसलर को जितवाकर WWE आगे की स्टोरीलाइन तैयार कर सकता था। अब अगर WWE शेन और द मिज़ के बीच में किसी तरह की नोंकझोंक चाहता है तो बात अलग है। लेकिन सच्चाई यही है कि WWE वर्ल्ड कप फिलहाल एक ऐसे रैसलर को पास है जोकि विश्व में नंबर 1 होने का दावेदार ही नहीं है।
#2 अच्छी बात: माइकल्स में अब भी जान बाकी है
शॉन माइकल्स की परफॉर्मेंस वैसी नहीं थी जैसी परफॉर्मेंस के लिए 'हार्ट ब्रेक किड ऑफ़ ओल्ड' जाने जाते हैं। लेकिन इस बात में कोई दोराय नहीं कि शॉन माइकल्स शो में पूरी तैयारी के साथ आये थे और उन्होंने काफी हद तक खुद को साबित भी करके दिखाया।
जो मून-सॉल्ट शॉन माइकल्स ने रिंग में करके दिखाया वो लाजवाब था। इस मैच के बाद ऐसा महसूस हुआ कि ट्रिपल एच और माइकल्स ने द अंडरटेकर एवं केन के सामने सबकी उम्मीदों से भी ज़्यादा बेहतर परफॉर्म किया। ये परफॉर्मेंस सुपर शोडाउन में हुई द अंडरटेकर और ट्रिपल एच की परफॉर्मेंस से कई गुना बेहतर थी।
हालांकि मैच के बाद ऐसे खबरें मिली कि केन शायद चोटिल हो गए हैं। लेकिन इन चारों दिग्गजों को रिंग में एक साथ देखना वाकई गज़ब का अनुभव था, ख़ास तौर पर 10 साल बाद वापसी कर रहे शॉन माइकल्स को देखना।
#2 बुरी बात: लैसनर फिर बने यूनिवर्सल चैंपियन
इस बात को समझने के लिए आपको ज़्यादा सोचना नहीं पड़ेगा कि लैसनर एक बार फिर से यूनिवर्सल चैंपियन क्यों बने। अफवाहों के ज़रिये ये खबर पहले ही आ चुकी थी कि ब्रॉक लैसनर अपनी यूनिवर्सल चैंपियनशिप बेल्ट को UFC 230 में लेकर जाएंगे। ये सीधे तौर पर एडवर्टाइजिंग और PR का एक तरीका है जोकि लंबे समय में WWE फायदा ज़रूर दे सकता है।
लेकिन एक बात से ध्यान हटाना बहुत मुश्किल है कि ब्रॉन स्ट्रोमैन इस हार के बाद इस कदर अपनी लय खो चुके हैं कि WWE के लिए एक नया संकट पैदा हो सकता है। WWE के पास कई बार स्ट्रोमैन को स्टार बनाने के मौके थे लेकिन हर बार WWE ने वो मौके नज़रअंदाज़ कर दिए। ब्रॉन स्ट्रोमैन इतने कमज़ोर कभी दिखाई नहीं दिए और जो भी नुकसान उन्हें इस मैच से हुआ है उसकी भरपाई होना बहुत मुश्किल नज़र आता है।
#3 अच्छी बात: किक ऑफ़ शो टाइटल मैच
अगर आपने शो का शुरूआती मैच नहीं देखा तो उसे ढूंढें और ज़रूर देखें। दर्शक पूरी तरह से मैच के साथ जुड़े हुए थे और ये कहना गलत नहीं होगा कि ये मैच इवेंट के बेस्ट मैचों में से एक था। एजे स्टाइल्स और समोआ जो का मैच भी अच्छा था लेकिन वो मैच जनता कई बार देख चुकी है। यही हाल ज़िगलर और रॉलिंस के मैच का भी था।
US टाइटल के लिए लड़े गए इस मैच में माहौल बनाने के लिए क्राउड ने बहुत सही भूमिका निभाई और साथ ही मैच के दौरान क्राउड 'रुसेव डे' के नारे लगता रहा। ये एक इशारा था इस बात का कि WWE अब दुनिया में कितना फ़ैल चुका है। अंत में ये मैच शिंस्के नाकामुरा ने जीत लिया। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इसके बाद टाइटल के लिए उनका अगला दुश्मन कौन होगा।
#3 बुरी बात: बड़े स्टार्स का पीछे हटना
हम सब ने ऐसी खबरें सुनी थीं कि डेनियल ब्रायन का टाइटल मैच में हारना लगभग तय था। ये मैच और ज़्यादा मज़ेदार हो सकता था अगर डेनियल ब्रायन इस मैच का हिस्सा होते तो। एजे स्टाइल्स और समोआ जो का मैच सभी को एक ऐसा मैच लगा जिसे लोग कई मौकों पर बार बार देख चुके हैं। और ऐसे इसलिए भी है कि दोनों रैसलर्स कई मौकों पर एक दूसरे को धूल चटा चुके हैं।
यही बात जॉन सीना के लिए भी कही जानी चाहिए। अगर वो इस टूर्नामेंट से खुद का नाम वापस ना लेते और शो में बने रहते तो क्या शेन मैकमैहन दुनिया में बेस्ट बनने का खिताब हासिल कर पाते?
Crown Jewel में राजनीतिक रंग भी ज़ोरों-शोरों से चढ़ा रहा और इस इवेंट को राजनीति से अलग करके देखना नामुमकिन है। बहुत फैंस ने भी अपने अपने विचारों के चलते खुद को शो से दूर रखा। लेकिन एक बात सच है कि हर एक रैसलर ने इवेंट में अपना 200 प्रतिशत दिया।
#4 अच्छी/बुरी बात: हल्क होगन की वापसी
हल्क होगन हाल ही में एक विवाद में फंसे थे। उन्होंने Crown Jewel में एक दमदार और दबंग एंट्री की एवं WWE यूनिवर्स की तरफ से काफी सराहना पाई। सऊदी अरब के फैंस को लाल और पीले कपड़ों में देखना वाकई लाजवाब था जिसे हल्क होगन इतना मशहूर बना चुके हैं। अमेरिकाना ने रियाद में खूब धमाल मचाया।
लेकिन एक बात जो हमें महसूस हुई वो ये थी कि होगन के वापसी करने के पीछे कोई बड़ा कारण नहीं था। शो में उनका प्रोमो कुछ ख़ास नहीं था जहाँ उन्होंने ज़्यादा कुछ कहा भी नहीं। अगर उनका कोई मैच हुआ होता तो शायद उनका प्रोमो जनता को समझ एवं पसंद आता।
कुल-मिलाकर शो कई तरह के उतार चढ़ावों से भरा रहा। ब्रदर्स ऑफ़ डिस्ट्रक्शन बनाम DX का मैच भी किसी से कम नहीं था और यूनिवर्सल चैंपियनशिप के मैच में जो हुआ फैंस उससे नाखुश भी होंगे। आप अपने कमैंट्स में हमें ज़रूर बताएं कि आपको इवेंट कैसा लगा।
लेखक : रिजु दासगुप्ता, अनुवादक: उदित अरोड़ा