रोहित शर्मा की जीवनी
30 अप्रैल 1987 को नागपुर के बंसोड में पैदा होने वाले रोहित एक दिग्गज भारतीय क्रिकेटर हैं। वह मुख्य रूप से दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारत के सलामी बल्लेबाज़ के रूप में खेलते हैं, हालाँकि वह कुछ समय के लिए मध्य क्रम में भी बल्लेबाज़ी करते रहे हैं। रोहित ने कुछ मैचों में ऑफ-स्पिनर की भूमिका भी निभाई है और उनके नाम आठ एकदिवसीय विकेट दर्ज हैं।
साल 2014 में कोलकाता के ईडन गार्डन में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन बनाकर रोहित एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वोच्च स्कोर बनाने में दुनिया के पहले और एकमात्र बल्लेबाज़ बन गए थे।
पृष्ठभूमि:
रोहित सबसे पहले 2006 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के दौरान तब लाइमलाइट में आये थे जब उन्होंने इस विश्व कप में 41 की औसत से 205 रन बनाए थे और एक ग्रुप स्टेज मैच में रोहित ने 78 रन बनाकर 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार भी जीता था।
इसी साल ग्वालियर में रोहित ने वेस्ट जोन के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में नार्थ जोन के खिलाफ नाबाद 142 रनों की पारी खेली थी।
रोहित ने 2006-07 के सत्र में मुंबई के लिए पहली बार रणजी ट्रॉफी खेली। इस टूर्नामेंट में उन्होंने गुजरात के खिलाफ 205 रनों की यादगार पारी खेली थी और विपक्षी टीम अपनी दोनों में इतना स्कोर भी ना बना पाई।
बंगाल के खिलाफ फाइनल में, रोहित ने दूसरी पारी में 57 रनों की बेहद अहम पारी खेलकर मुंबई की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज़
रोहित को 2007 में भारत के आयरलैंड दौरे में पहली बार राष्ट्रीय टीम में चुना गया था। उन्होंने बेलफास्ट में आयरलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की लेकिन उन्हें बल्लेबाज़ी करने का मौका नहीं मिला। फिर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले मैच में बल्लेबाज़ी की और केवल आठ रन बनाए।
2007 में टी-20 विश्व कप के दौरान डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी टी-20 करियर की शुरुआत की हालाँकि उन्हें फिर बल्लेबाज़ी करने का मौका नहीं मिला। उन्हें खेल में आखिरी मिनट में शामिल किया गया था लेकिन युवराज सिंह के चोटिल होने के वजह से रोहित को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने का मौका मिला और इस मैच में उन्होंने नाबाद 50 रन बनाकर 'मैन ऑफ़ द मैच' का पुरस्कार जीता।
इसके बाद रोहित ने 2013 में कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज़ किया। उन्होंने इस मैच में अपनी पारी में 177 रन बनाए, जो कि अभी तक उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर है।
क्रिकेट करियर
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत के बाद, रोहित की पहली शानदार पारी 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 राष्ट्रमंडल बैंक श्रृंखला के पहले फाइनल में आई जब उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर 123 रन की बेहद अहम साझेदारी की और भारत को जीत दिलाई थी। अपनी इस पारी में रोहित ने 66 रन बनाए थे।
2013 में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में रोहित ने काफी समय के बाद टीम में वापसी की थी। उस समय रोहित भारतीय टीम का नियमित हिस्सा नहीं थे लेकिन उन्होंने मोहाली वनडे में 83 रनों की शानदार पारी के साथ टीम में अपनी दावेदारी मजबूत कर दी और उसके बाद इसी साल हुई चैंपियंस ट्रॉफी में उन्हें खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन किया। 2014 में, रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 264 रन बनाकर इतिहास रच डाला। अपनी इस पारी में उन्होंने 33 चौके लगाए थे जो उस समय एक रिकॉर्ड था।
2015 में, रोहित ने धर्मशाला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 में 106 रन बनाकर एक और रिकार्ड अपने नाम किया। इस शतक के साथ ही वह क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बने।
इसके बाद 13 दिसंबर 2017 का दिन भी रोहित के लिए यादगार साबित हुआ जब उन्होंने मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 208 रन बनाकर अपना तीसरा दोहरा शतक बना डाला।
विफलताएं
शर्मा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की बहुत ही असंगत शुरुआत की थी। उनके आलोचकों का कहना है कि रोहित अकसर गलत शॉट खेलकर आउट होते रहे हैं और अपने करियर के शुरुआती दौर में उनका बल्लेबाज़ी औसत सिर्फ 22 का था और इसी वजह से उन्हें 2011 में भारत की विश्व कप टीम में जगह नहीं मिली।
कप्तानी
आईपीएल सीज़न 2013 में रोहित को मुंबई इंडियंस का कप्तान नियुक्त किया गया था और उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई टीम को ख़िताब जिताकर अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया।
इसके बाद उनकी कप्तानी में मुंबई ने 2015 और 2017 में ख़िताब जीता और रोहित आईपीएल में अपनी टीम को तीन बार टूर्नामेंट का ख़िताब जिताने वाले एकमात्र कप्तान बने।
इसके अलावा रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ 2017 में वनडे सीरीज़ के दौरान पहली बार भारत का नेतृत्व किया और भारत ने यह सीरीज़ 2-1 से जीती थी। उन्होंने टी-20 श्रृंखला में भी टीम का नेतृत्व किया, जिसे भारत ने 3-0 से जीता था।
रोहित के नाम रहे यह रिकॉर्ड
रोहित दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ एबी डीविलियर्स के साथ संयुक्त रूप से अपनी वनडे पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड रखते हैं। बेंगलुरु वनडे में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन बनाए थे जिसमें रिकार्ड 16 छक्के शामिल थे।
वह अपने पहले दो टेस्ट मैचों में लगातार दो शतक शतक लगाने का रिकार्ड रखते हैं।
2017 में, रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में 35 गेंदों में शतक लगाकर सबसे तेज शतक के रिकॉर्ड की बराबरी की थी।