WWE के Hell in a Cell पीपीवी का अंत हो गया है। WWE ने शो में कम मुकाबले बुक किये थे लेकिन सारे ही मैच रोचक रहे थे। पीपीवी में दो बड़े टाइटल चेंज देखने को मिले। दरअसल, साशा बैंक्स ने बेली को पराजित किया और नई SmackDown विमेंस चैंपियन बनी। इसके अलावा रैंडी ऑर्टन और ड्रू मैकइंटायर के बीच मेन इवेंट में हुए Hell in a Cell मैच ने सबको प्रभावित किया।
दोनों सुपरस्टार्स ने शुरुआत से ही शानदार मूव्स से दर्शाए और बाद में रैंडी ऑर्टन का पलड़ा भारी रहा। उन्होंने RKO की मदद से मैच में जीत दर्ज की और नए चैंपियन बन गए। हर कोई ऑर्टन की इस जीत से सरप्राइज था। लग रहा था कि ड्रू मैकइंटायर चैंपियन बने रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ये भी पढ़ें:- Hell in a Cell में 28 साल के रेसलर ने रचा इतिहास, 380 दिनों बाद WWE को मिला नया चैंपियन
हर किसी के मन में सवाल होगा कि आखिर Hell in a Cell पीपीवी में बड़ा टाइटल चेंज क्यों हुआ। इसलिए हम बात करने वाले हैं 5 कारणों के बारे में जिनकी वजह से रैंडी ऑर्टन ने Hell in a Cell में ड्रू मैकइंटायर को हराया और नए चैंपियन बने।
5- Hell in a Cell में रैंडी ऑर्टन तीसरी बार नहीं हार सकते थे
रैंडी ऑर्टन और ड्रू मैकइंटायर स्टोरीलाइन में आने के बाद तीसरी बार मैच लड़ रहे थे। समरस्लैम और क्लैश ऑफ चैंपियंस पीपीवी में ड्रू मैकइंटायर का पलड़ा भारी रहा था। साथ ही दोनों जगह रैंडी ऑर्टन मुख्य रूप से कमजोर नजर आए थे।
ऐसे में उनके करियर के लिए लगातार तीसरे ही पीपीवी में एक ही विरोधी से हार मिलना निराशाजनक रहता। इसलिए मैच में रैंडी ऑर्टन को जीत मिली और उनका आखिर पलड़ा भारी रहा।
ये भी पढ़ें:- 141 किलो के फेमस WWE सुपरस्टार को उसके दोस्त ने दिया चौंकाने वाला धोखा, फैंस भी हुए बुरी तरह हैरान